मशहूर कथावाचक पर छिड़ा विवाद, क्रांतिकारी मंगल पांडे को भी नहीं छोड़ा

उज्जैन : राजस्थान के ब्यावर में हनुमंत कथा के दौरान क्रांतिकारी वीर मंगल पांडे पर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला गर्मा गया है. उज्जैन की महाकाल सेना ने चेतावनी देते हुए कहा “अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज को ये बयान भारी पड़ेगा.” महाकाल सेना ने गोविंद देव गिरी महाराज के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है “वे अपने बयान पर माफी मांगें.”

Advertisement

महाकाल सेना ने एमपी के सीएम के साथ ही पीएम को लिखा पत्र

विवादास्पद बयान को लेकर महाकाल सेना राष्ट्रीय प्रमुख महेश पुजारी ने सवाल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखा है. महाकाल सेना ने गोविंद देव गिरी पर आरोप लगाया है “उनके बयान से क्रांतिकारी मंगल पांडे की छवि धूमिल हुई है. क्रांतिकारी मंगल पांडे का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”

महाकाल सेना प्रमुख महेश शर्मा के अनुसार “मंगल पांडे के कारण 1857 की क्रांति विफल होना गोविंद देव गिरी महाराज ने बताई. उन्होंने कहा यदि मंगल पांडे कारतूस का विरोध नहीं करते तो 1857 में ही देश आजाद हो जाता.” महाकाल सेना द्वारा लिखे पत्र में महाराज गोविंद देव गिरी से महाकाल सेना ने पूछा “देश में उस क्रांति का नेतृत्व कौन कर रहा था और किसने वह क्रांतिकारी योजना बनाई थी. उसका नाम सार्वजनिक कर देश को बताने का कष्ट करें. अमर शहीद मंगल पांडे के विषय में हम आपको यह बताना चाहते हैं कि उन्होंने कारतूस पर लगी चर्बी हटाने का विरोध कर अपने ब्राह्मण धर्म का निर्वहन किया था. इतिहास मे देश का पहला कांतिकारी वीर मंगल पांडे ही थे.”

Advertisements