महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति से अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, अभी इस पर सस्पेंस बरकार है. इस बीच शिवसेना ने दो टूक कह दिया है कि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे.
शिवसेना का कहना है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे. शिवसेना के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के चेहरे पर लड़ा गया. इस बात को देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी मानते हैं. इसलिए शिंदे मुख्यमंत्री बनने के योग्य हैं.
उन्होंने कहा कि ये हमारी मांग है कि जो चेहरा सामने आया है, उसे प्राथमिकता देनी चाहिए. बीजेपी अगर हमारी डिमांड पूरी करती है तो लोगों में अच्छा मैसेज जाएगा. अगर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनते है तो आने वाले चुनावों में हमें फायदा होगा. शिंदे की वजह से ही चुनाव में महायुति को फायदा हुआ है.
हम रामदास अठावले को गंभीरता से नहीं लेते
एकनाथ शिंदे को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि शिवसेना कह चुकी है कि हम अठावले को गंभीरता से नहीं लेते. उन्होंने कहा कि वो रामदास अठावले हैं, हम उनको सीरियस नहीं लेते, वो केंद्र के नेता हैं, केंद्र की राजनीति करें. महाराष्ट्र की राजनीति कैसे करनी है वो हम अच्छे से जानते हैं. जो लोग हमें गद्दार कहते है, वो अब घर मे बैठेंगे. मुझे नहीं लगता एकनाथ शिंदे उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकारेंगे.
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को एकनाथ शिंदे ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की मौजूदगी में अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था.
बता दें कि MVA में कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) शामिल है. विधानसभा चुनाव में इस खेमे को बड़ा झटका लगा है. 288 सदस्यीय वाली विधानसभा में गठबंधन सिर्फ 46 सीटें ही जीत सकी है. इसके विपरीत बीजेपी की अगुवाई में महायुति गठबंधन 230 सीटें जीतने में कामयाब रही है. महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी शामिल है.