सरकारी समितियों में गैर आदिवासी नियुक्तियों पर विवाद, गुलाब कमरो ने साय सरकार को बताया आदिवासी विरोधी

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने सरकारी समितियों में गैर आदिवासी नियुक्तियों को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोरिया और एमसीबी जिले में आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. सरगुजा संभाग, जहां आदिवासी बहुल क्षेत्र है और 5वीं अनुसूची लागू है, वहां गैर-आदिवासियों की धड़ल्ले से नियुक्तियां की जा रही हैं.

साय सरकार को बताया आदिवासी विरोधी: गुलाब कमरो ने इस मामले में सीएम विष्णुदेव साय पर भी हमला बोला. कमरो ने कहा कि आदिवासियों की सीट सुरक्षित है इसके बावजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद आदिवासी समुदाय से होते हुए भी आदिवासियों की अनदेखी कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है.

सरकार के ये फैसले आदिवासी विरोधी हैं और मैं इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन करुंगा: गुलाब कमरो, पूर्व विधायक

5वीं अनुसूची में ऐसा कोई संवैधानिक नियम नहीं: भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल केशरवानी ने गुलाब कमरो के आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि गुलाब कमरो को जनता ने नकार दिया है और विपक्ष की भूमिका में भेजा है. केशरवानी ने कहा कि पूर्व विधायक कह रहे हैं कि 5वीं अनुसूची क्षेत्र में गैर-आदिवासी को जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती, जबकि उनकी खुद की सरकार ने पिछले पांच सालों में इन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया.

आदिवासी क्षेत्रों में जो लोग राजनीति में सक्रिय हैं और समाजसेवा में लगे हैं, उन्हें ही समितियों में स्थान दिया गया है: अनिल केशरवानी, भाजपा जिला अध्यक्ष

पूर्व विधायक के आंदोलन की घोषणा को चुनौती: भाजपा जिला अध्यक्ष ने पूर्व विधायक गुलाब कमरो के आंदोलन की घोषणा को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वे ऐसा आंदोलन करते हैं तो भाजपा इसका स्वागत करेगी. भाजपा नेता ने गुलाब कमरो को अपने जनादेश की परीक्षा करने की चुनौती दी.

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