आगरा में एक अंतरराज्यीय धर्मांतरण सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें हरियाणा की एक नाबालिग लड़की को दिल्ली के शाहीन बाग से रेस्क्यू किया गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि लड़की को पहले सोशल मीडिया के जरिए प्रेमजाल में फंसाया गया, फिर दिल्ली बुलाकर ब्रेनवॉश कर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया।
गिरफ्तार मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान उर्फ रहमान चाचा ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि वह शाहीन बाग में ही इस पूरे नेटवर्क का संचालन करता था। उसने कई युवकों को प्रशिक्षित किया था जो लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते थे। लड़की के परिजनों की शिकायत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शाहीन बाग के एक घर से पीड़िता को सुरक्षित बरामद किया गया।
इस मामले में रहमान कुरैशी नामक एक यूट्यूबर की भूमिका भी सामने आई है जो इस्लामिक कट्टरता का प्रचार कर रहा था और लड़कियों को ब्रेनवॉश करने में अहम भूमिका निभा रहा था। पुलिस को उसके लैपटॉप और मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो और दस्तावेज मिले हैं।
पुलिस ने अब तक इस सिंडिकेट से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और शुरुआती जांच में पता चला है कि यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, गोवा, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में सक्रिय था। इसके अलावा विदेशी फंडिंग की भी बात सामने आई है, जिसमें यूएई, कनाडा और लंदन से पैसे आने की जानकारी मिली है।
पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच एनआईए और एटीएस के साथ मिलकर कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि यह धर्मांतरण का नहीं बल्कि कट्टरपंथी एजेंडे को आगे बढ़ाने वाला गंभीर मामला है। पीड़िता को फिलहाल बाल संरक्षण समिति के हवाले किया गया है और उसका बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया जा चुका है।