शाहजहांपुर में पुलिस ने बड़े धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह पर आरोप है कि वह लोगों को इलाज का झांसा, धार्मिक किताबें और पैसों का लालच देकर धर्म बदलने के लिए मजबूर कर रहा था। मामला सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है और पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, यह रैकेट खासतौर पर गरीब और बीमार लोगों को निशाना बना रहा था। उन्हें कहा जाता था कि अगर वे धर्म बदल लेंगे तो उनकी बीमारी दूर हो जाएगी और उन्हें आर्थिक मदद भी मिलेगी। इसके लिए धार्मिक किताबें और नकदी बांटी जाती थी। कई लोगों ने इस झांसे में आकर अपनी सहमति भी दी थी।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच विशेष टीम को सौंपी गई है। टीम ने छानबीन के दौरान कई दस्तावेज, धार्मिक साहित्य और नकदी बरामद की है। शुरुआती पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इस रैकेट के तार बाहरी राज्यों से जुड़े हो सकते हैं। इसके जरिए बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस को इसकी भनक लगी और जाल बिछाकर मुख्य आरोपियों को पकड़ा गया। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा। इस मामले में धर्मांतरण कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। कई संगठनों ने इस तरह की गतिविधियों पर नाराजगी जताई और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
यह कार्रवाई न केवल एक बड़े षड्यंत्र को उजागर करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि ऐसे रैकेट गरीब और मजबूर लोगों को निशाना बनाकर उनका शोषण करते हैं। प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों में शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जाएगी और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।