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उत्तराखंड: कोरोना, भर्ती घोटालों ने छीने नौकरी के मौके… अब आयु सीमा के चलते बाहर, टंकी पर चढ़े नाराज युवा

उत्तराखंड की सरकारी भर्ती में आयु सीमा बढ़ाने की मांग को लेकर बेरोजगार युवाओं ने आंदोलन तेज कर दिया है. भर्ती की विज्ञप्ति और उम्र सीमा को बढ़ाने के लिए राम कंडवाल और अन्य पिछले कई दिन से आमरण अनशन पर बैठे थे. वहीं दो बेरोजगार युवाओं सुरेश सिंह और भूपेंद्र कोरंगा ने देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर आयु सीमा में छूट की मांग की है.

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दरअसल, उत्तराखंड में लंबे समय से पुलिस कॉन्स्टेबल और वन दरोगा की भर्ती नहीं हुई है. कोविड-19 महामारी और भर्ती घोटाले की वजह से भर्ती प्रक्रिया बाधित रही है. परीक्षा न होने के कारण कई युवा परीक्षा की आयु सीमा को पार कर चुके हैं. 2023 में हुई पुलिस भर्तियों में इन युवाओं को मौका नहीं मिला.

बेरोजगारों की मांग
बेरोजगार संघ लगातार मांग कर रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की आगामी परीक्षा में आयु सीमा 22 से बढ़ाकर 24 की जाए ताकि वे भी इस भर्ती में शामिल हो सकें. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी कोविड काल मे परीक्षा देने असमर्थ युवाओं के लिए 3 साल की राहत दी है. मौजूद समय में उत्तराखंड पुलिस में 4000 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं. बेराजगार संघ के कार्यकर्ता का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान परीक्षा देने में असमर्थ युवाओं को तीन साल की छूट दी थी. उत्तराखंड सरकार को भी ऐसा ही कदम उठाना चाहिए.

प्रशासन की उदासीनता
अपनी मांगों को मनवाने के लिए बेरोजगार युवाओं ने कई बार प्रदर्शन किए, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. निराश होकर कुछ युवाओं ने देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रशासन की ओर से उन्हें नीचे उतारने के लिए भी कोई ज्यादा कोशिश नहीं दिखी, जिससे युवाओं का आक्रोश और बढ़ गया.

उत्तराखंड पुलिस में जल्द भरे जाएंगे 2200 पद
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने हाल ही में विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पदों को भरने के लिए एक कैलेंडर जारी किया है. इस कैलेंडर के अनुसार, 1 फरवरी 2025 को पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षा होगी. इस भर्ती में 2000 पदों पर भर्ती होनी है. वहीं, वन दरोगा के 200 से अधिक पदों पर भी भर्ती होनी है.

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