झुंझुनूं के धनखड़ अस्पताल (Dhankhar Hospital) में किडनी कांड में नया अपडेट सामने आया है. जिस महिला की खराब के बजाय सही किडनी निकाली गई थी. उस महिला की हालत बिगड़ गई है. इसके बाद परिजन महिला को बीकानेर लेकर रवाना हो गए. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही से चार जिंदगी खराब हो गई. वहीं, जिला प्रशासन ने धनखड़ अस्पताल को सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. अस्पताल में भर्ती मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कराने की व्यवस्था की गई.
डॉक्टर ने खराब की 4 जिंदगी
पीड़ित महिला के पति ने बताया कि महिला का स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा है. डॉक्टर ने गलत ऑपरेशन से चार लोगों की जिंदगी बर्बाद कर दिया है. पति ने कहा कि उसके दोनों बच्चे, खुद और महिला असहाय महसूस कर रहे हैं. इस अस्पताल को बंद करना चाहिए और डॉक्टर की डिग्री वापस लेनी चाहिए. महिला के परिजनों ने झुंझुनूं कोतवाली में डॉ. संजय धनखड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है. इसके बाद डीएसपी वीरेंद्र शर्मा भी मौके पर पहुंच गए.
अस्पताल को सीज करने की प्रक्रिया शुरू
उधर बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने धनखड़ अस्पताल को सीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. खुद कलेक्टर मौके पहुंचे. इससे पहले सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ पहुंचे और अस्पताल के पूरे रिकॉर्ड को सीज कर दिया. कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि पूरा रिकॉर्ड सीज किया जा रहा है.
अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने के अलावा सरकारी योजनाओं से अस्पताल का नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई. सीएमचओ ने बताया कि अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे. उन्हें राजकीय जिला बीडीके अस्पताल पहुंचाने के लिए व्यवस्था की गई, लेकिन मरीज अपने अपने हिसाब से दूसरे अस्पतालों में गए है. इन सभी मरीजों का रिकॉर्ड भी ले लिया गया है.
क्या है मामला
झुंझुनूं के नूआं निवासी महिला ईद बानो (30) को काफी समय से पथरी की दिक्कत थी. इसके बाद धनखड़ अस्पताल में महिला ले जाया गया. जहां पर जांच के बाद डॉ. संजय धनखड़ ने पथरी की वजह से महिला की दांईं किडनी खराब हो गई. इस पर महिला का 15 मई को ऑपरेशन किया गया. हालांकि, इस दौरान डॉक्टर ने लापरवाही बरते हुए महिला की दांईं के बजाय बांईं ओर की सही किडनी को निकाल दिया. इसके बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. घर आने पर महिला की तबियत और बिगड़ गई.