उत्तर प्रदेश: सहारनपुर में जीआई सर्वे को लेकर नगर निगम में पार्षदों का जमकर विरोध देखने को मिला. मजबूत पार्षद दल के नेतृत्व में पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और GI सर्वे को तत्काल निरस्त करने की मांग उठाई. इस दौरान पार्षदों ने अपर नगर आयुक्त और कर अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा.
धरने का नेतृत्व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पार्षद और विधानसभा प्रभारी अभिषेक टिंकू अरोड़ा ने किया. उन्होंने कहा कि GI सर्वे के नाम पर नगर निगम का टैक्स विभाग आम जनता और व्यापारियों का शोषण कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस सर्वे की आड़ में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है, जिससे सहारनपुर के व्यापारी और आम नागरिक बुरी तरह परेशान हैं.
अभिषेक टिंकू अरोड़ा ने GI सर्वे को सीधा आर्थिक हानि पहुंचाने वाला कदम बताया और कहा कि व्यापारियों में इसे लेकर भारी नाराजगी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि नगर की जनता के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ वे हर स्तर पर आवाज उठाएंगे और किसी भी सूरत में शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पार्षद फहाद सलीम और हाजी गुलशेर ने कहा कि GI सर्वे के जरिए सरकार ने जनमानस पर टैक्स थोपने का प्रयास किया है, जो पूरी तरह से गलत और आधारहीन है. उन्होंने GI सर्वे को जनता के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे तत्काल रद्द करने की मांग की.
आंदोलन की चेतावनी
पार्षदों ने चेतावनी दी कि यदि GI सर्वे को तुरंत निरस्त नहीं किया गया, तो वे नगर की जनता और व्यापारियों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि सहारनपुर की जनता का उत्पीड़न अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ज्ञापन सौंपे जाने के बाद नगर निगम प्रशासन द्वारा इस मामले में क्या निर्णय लिया जाएगा, यह देखना बाकी है, लेकिन पार्षदों का विरोध प्रदर्शन नगर की राजनीति को गर्मा चुका है.