मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पुलिस ने उमरिया जिले के एक वर्तमान पार्षद को अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 30 वर्षीय राहुल द्विवेदी के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर इको पार्क इलाके में छापेमारी की गई, जहां आरोपी पकड़ा गया। तलाशी लेने पर उसके पास से पिस्टल बरामद हुई, जिसे जब्त कर लिया गया। इसके बाद उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक राजीव पाठक और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार, राहुल द्विवेदी का पहले से ही आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ तीन अन्य आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं, जिससे उसकी संलिप्तता और गंभीर हो जाती है।
यह गिरफ्तारी स्थानीय राजनीति में हलचल मचा रही है, क्योंकि एक जनप्रतिनिधि का इस तरह से अवैध गतिविधियों में शामिल होना गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि अवैध पिस्टल आरोपी के पास कहां से आई और इसका इस्तेमाल किस मकसद से होना था।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इलाके में चर्चा तेज हो गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब एक मौजूदा पार्षद ही कानून तोड़ते पकड़ा गया तो आम जनता कानून-व्यवस्था से कैसे सुरक्षित महसूस कर सकती है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और किसी भी आरोपी को बचने नहीं दिया जाएगा, चाहे उसकी राजनीतिक हैसियत कुछ भी हो।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि कानून के सामने सभी बराबर हैं। एक ओर जहां आरोपी की राजनीतिक साख पर गंभीर सवाल उठे हैं, वहीं पुलिस की तत्परता से यह संदेश भी गया है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
मामला अब न्यायालय में पेश किया जाएगा और दोषी पाए जाने पर आरोपी को कड़ी सजा मिल सकती है। यह गिरफ्तारी पुलिस की सक्रियता और अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख का उदाहरण मानी जा रही है।