उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए आज यानी मंगलवार को वोटिंग है. सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक वोटिंग होगी और छह बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. नतीजा भी उसी शाम आ जाएगा. एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन हैं तो वहीं इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है. उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं. इसमें राज्यसभा के मनोनीत सांसद भी वोट डालते है. इसके लिए व्हिप जारी नहीं होता और गुप्त मतदान होता है.
सांसद अपनी मर्जी के हिसाब से वोट डालने के लिए स्वतंत्र हैं. लेकिन मोटे तौर पर पार्टी लाइन के हिसाब से ही वोट डाले जाते हैं. हालांकि, पहले के चुनावों में क्रॉस वोटिंग होती आई है और इस बार भी इसकी संभावना है. इस समय राज्यसभा में 239 और लोकसभा में 542 सांसद हैं यानी जीत के लिए 391 का आंकड़ा चाहिए. एनडीए के पास 425 सांसद हैं जबकि उसे कुछ अन्य दलों के वोट मिलने का भी भरोसा है.
NDA के पक्ष में वोट करेगा YSRCP
YSRCP ने एनडीए के पक्ष में वोट डालने का ऐलान किया है. उसके राज्य सभा में सात और लोक सभा में चार सांसद हैं. इस तरह एनडीए के पक्ष में 436 सांसद हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि आम आदमी पार्टी की स्वाति मालीवाल भी एनडीए के पक्ष में वोट डाल सकती हैं जबकि बीआरएस और बीजेडी ने अभी अपना रुख तय नहीं किया है. संभावना है कि बीआरएस मतदान से गैरहाजिर रहे जबकि बीजेडी एनडीए का समर्थन कर सकती है. बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक दिल्ली में हैं. उनसे वोटिंग में समर्थन देने को लेकर बात हो सकती है.
BRS फिलहाल NDA के साथ नहीं
बीआरएस के राज्य सभा में चार और बीजेडी के सात सांसद हैं. बीआरएस फिलहाल खुल कर एनडीए के साथ नहीं आ सकता क्योंकि अगले कुछ महीनों में जुबली हिल्स विधानसभा का उपचुनाव है और वहां मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है. लोकसभा के सात निर्दलियों में तीन कहां वोट डालेंगे, यह अभी पक्का नहीं है. इसी तरह अकाली दल, जेडपीएम और वीओटीटीपी के एक-एक सांसदों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है जबकि विपक्ष के पास 324 वोट हैं. ऐसे में जीत का अंतर 100-125 के बीच रह सकता है.
NDA-INDIA की नजर एक-एक वोट पर
पिछले चुनाव में 2022 में जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया था. इस बार जीत का अंतर इतना बड़ा नहीं रहेगा क्योंकि विपक्ष पहले की तुलना में मजबूत स्थिति में है. एनडीए सूत्रों का कहना है कि राज्य सभा में 150 वोट विपक्ष के उम्मीदवार के खिलाफ रहेंगे और उन्हें 90 से कम वोट मिलेंगे. इसी तरह लोकसभा में भी कुछ ऐसे सांसदों पर एनडीए की नजरें हैं जो पार्टी लाइन से हट कर उनके साथ आ सकें. एक भी वोट निरस्त ना हो इसके लिए NDA और INDIA ब्लॉक दोनों ही अपने सांसदों को ट्रेनिंग दी है.