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रेलवे ट्रैक पर क्रैक हो या गैस पाइप लाइन में छेद, ढूंढ निकालेगा यह ड्रोन; भेजेगा अलर्ट

मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी)की एक टीम ने गैस, पानी पाइप लइन और रेलवे ट्रैक की निगरानी के लिए ड्रोन का निर्माण किया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ड्रोन की मदद से रेलवे ट्रैक, गैस और पानी पाइप लाइन में होने वाले क्रैक का आसानी से पता लगाया जा सकेगा. इसके लिए किसी की जरूरत नहीं पड़ेगा, जहां भी लापरवाही नजर आएगी, ड्रोन खुद अलर्ट भेजेगा. इस ड्रोन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लैंड टूल्स की मदद से बनाया गया है. आईआईटी की टीम ने ड्रोन को बनाने के लिए एडवांस कैमरा और लीडर तकनीक का प्रयोग किया.

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आईआईटी इंदौर की टीम ने एक नया प्रयोग किया है. इसके माध्यम से दूर दराज की गैस और पानी पाइप लाइन, ब्रिज, रेलवे ट्रैक पर क्रैक को आसानी से देखा जा सकेगा. इसके लिए किसी व्यक्ति की आवश्यकता नहीं लगेगी और ड्रोन के माध्यम से आसानी से इन सभी पर निगरानी रखकर लापरवाही का पता लगाया जा सकेगा.

इस तरह से करेगा काम

अक्सर ऐसा होता है कि दूर-दूराज क्षेत्र में यदि किसी पाइप लाइन में लीकेज ब्रिज में दरार या रेलवे ट्रैक में क्रैक होता है तो उसकी जानकारी प्रशासन या संबंधित विभाग को पहुंचने में काफी समय लग जाता है. आईआईटी इंदौर की टीम ने एक ऐसा ड्रोन बनाया है जो दूरस्थ क्षेत्र में मौजूद गैस और पानी की पाइपलाइन के साथ ही सड़क ब्रिज, हाइड्रेशन पावर लाइन, रेलवे ट्रैक पर क्रैक आए तो तुरंत अलर्ट भेज देगा. इसके लिए ना ही किसी व्यक्ति को जांच पड़ताल करना है, न ही किसी तरह के अन्य प्रयास करने हैं ड्रोन में लगा सिस्टम ग्राउंड यूनिट को जानकारी देगा. क्रैक कहां है? कितना बड़ा है और इसकी गंभीरता कैसी है? यह सारी सूचना डोन के माध्य से कंट्रोल सेंटर पहुंच सकेगी.

एडवांस कैमरा और लीडर तकनीक का प्रयोग

आईआईटी इंदौर के द्वारा इस ड्रोन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लैंड टूल्स की मदद से बनाया गया है जो काफी उपयोगी बताया जा रहा है. वहीं आईआईटी की टीम ने इसको बनाने के लिए एडवांस कैमरा और लीडर तकनीक का प्रयोग किया है. इस तकनीक का प्रयोग करते हुए ही आसानी से तमाम तरह की जगह पर निगरानी रखी जा सकती है और अलर्ट मैसेज भी संबंधित विभाग को भेजा जा सकता है.

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