झारखंड में आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, राजधानी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हत्या और गोलीबारी की वारदातें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में चतरा में कोल माइंस के DGM की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इससे पहले रांची में डबल मर्डर हुआ और हजारीबाग में कोयला कारोबारी पर हमला हुआ. लगातार हो रही घटनाओं से विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इन घटनाओं पर बयान देते हुए कहा कि राज्य में संगठित अपराध जेल के अंदर से संचालित किए जा रहे हैं. अपराधी विदेशी वर्चुअल नंबरों का इस्तेमाल कर रहे हैं और वारदातों की साजिश रच रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस सभी अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़कर जेल भेजेगी और अपराध पर शिकंजा कसा जाएगा.
अपराधी जेल के अंदर से चला रहे हैं गैंग
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर विशेष चर्चा की मांग की. उन्होंने कहा कि झारखंड में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और आम लोग डरे हुए हैं. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने डीजीपी को बेशर्म तक कह दिया. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर अपराध जेल से ऑपरेट हो रहे हैं तो सरकार क्यों नहीं रोक रही?
सीपी सिंह के बयान पर मंत्री इरफान अंसारी ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि डीजीपी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना सही नहीं है. सरकार कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने डीजीपी को बेशर्म कहा
लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से झारखंड की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन जनता में डर का माहौल बना हुआ है.