भारतीय किचन में इस्तेमाल होने वाला जीरा सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद में इसे पाचन तंत्र को मजबूत बनाने, वजन घटाने, डिटॉक्सिफिकेशन और इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए महत्वपूर्ण बताया गया है. यही वजह है कि कई लोग इसे अपनी डाइट में अलग-अलग तरीकों से शामिल करते हैं. कुछ लोग इसे भूनकर चबाते हैं, तो कुछ इसका पानी बनाकर पीते हैं.
लेकिन अक्सर लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि जीरे का पानी पीना ज्यादा फायदेमंद है या जीरा चबाकर खाना? दोनों ही तरीकों के अपने अलग-अलग फायदे होते हैं . तो चलिए आज इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि दोनों में कौन सा फायदेमंद है ?
चबा कर जीरा खाना कैसा है?
सीधे जीरा चबाने से मुंह में लार बनने की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है. लार में मौजूद एंजाइम्स खाने को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे गैस, अपच और सूजन की समस्या कम होती है. यानी, जीरा चबाने से आपका पाचन तंत्र ज्यादा मजबूत और एक्टिव रहता है. जीरा चबाकर खाने से आपकी ओरल हेल्थ भी अच्छी रहती है. जीरे में एंटीमाइक्रोबियल प्रोपर्टीज होती हैं जो मुंह के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती है. इसके अलावा जीरा चबाकर खाने से मुंह की बदबू और गम इंफेक्शन से भी छुटकारा मिलता है. चबाने से मसूड़ों में अच्छे से ब्लड सर्कुलेशन होता है जो ओवरऑल ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद है.
जीरा पानी पीने के फायदे?
सुबह खाली पेट जीरा पानी पीने से पेट में बनने वाले एसिड का संतुलन बना रहता है, जिससे गैस, एसिडिटी और अपच की समस्या कम होती है। यह पाचन एंजाइम्स के स्राव को बढ़ाता है, जिससे आंतें स्वस्थ रहती हैं। जीरा पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है, जिससे टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, त्वचा साफ रहती है और किडनी सही तरीके से काम करती है. लेकिन जीरा पानी का सेवन ज्यादा सेवन ब्लड शुगर लेवल को गिरा सकता है.
दोनों में से कौन सा तरीका अपनाएं?
अगर आप डायजेशन और ओरल हेल्थ को प्रायोरिटी दे रहे हैं तो आपको जीरा चबाकर खाना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ अगर आप बॉडी को डिटॉक्स करना चाहते, हाइड्रेट रखना चाहते या मैटाबॉल्जिम बूस्ट करना चाहते हैं तो जीरा पानी पीना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है.