आंगनबाड़ी केंद्र में फैला करंट, मासूम ने तोड़ा दम:खराब वायरिंग को टच कर गई; केशकाल में बिजली गिरने से मवेशी की मौत

कोंडागांव जिले के मर्दापाल विकासखंड के ग्राम पदेली में आंगनबाड़ी केंद्र में करंट लगने से ढाई साल की बच्ची की जान चली गई। बताया जा रहा है आंगनबाड़ी केंद्र की बिजली व्यवस्था लंबे समय से खराब थी। वायरिंग और बिजली के उपकरण खुले पड़े थे।

गुरुवार (11 सितंबर) को माहेश्वरी यादव की मौत के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने आंगनबाड़ी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि खराब व्यवस्था की शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

मौत की खबर सुनते ही परिजन और ग्रामीण आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। उन्होंने विभागीय लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग की।

स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मौके का निरीक्षण किया। परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास मनीष कुमार मेश्राम ने कार्रवाई करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को सेवा से पृथक कर दिया है। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि मात्र आश्वासन पर्याप्त नहीं है। विभागीय जिम्मेदारों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। यह घटना सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। जहां बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए, वहां उनकी जान जोखिम में है।

आकाशीय बिजली से मरे पशुओं का पोस्टमॉर्टम

वहीं, जिले में केशकाल से 45 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम हिचका में आकाशीय बिजली गिरने से एक गाय और एक बाछी की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. कस्तूरी प्रधान अपनी टीम के साथ तुरंत रवाना हुए।

उन्होंने दुर्गम पहाड़ी इलाकों और नदी-नालों को पार करते हुए घटनास्थल तक पहुंचकर मृत पशुओं का पोस्टमॉर्टम किया। इसके साथ ही पशु चिकित्सा विभाग ने प्रभावित गरीब पशुपालक परिवार को सरकारी मुआवजा दिलाने की बात भी कही।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर परिवार को आर्थिक सहायता मिल सकेगी। ग्रामीणों ने पशु विभाग की इस तुरंत कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने कहा कि विभाग की तत्परता से गरीब परिवार को राहत मिलेगी।

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