बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक आदमी को गिरफ़्तार किया गया है. वो कथित तौर पर 10 पीले एनाकोंडा सांपों को अपने सूटकेस में छिपा कर तस्करी करने का प्रयास कर रहा था. बेंगलुरु कस्टम ड्यूटी विभाग ने X पर जानकारी दी कि अधिकारियों ने बैंकॉक से आए यात्री को रोका और उसे गिरफ़्तार कर लिया. ये भी लिखा कि जांच जारी है और वन्यजीवों की तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
कस्टम विभाग को टिप मिली थी कि आदमी सामान में कुछ छिपाकर ले जा रहा था. धरपकड़ के बाद उसका सूटकेस खोला गया तो उसमें तीन सांप मरे हुए पाए गए हैं.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, आरोपी की उम्र 56 साल है. वो कॉफ़ी का व्यापारी है. शनिवार, 20 अप्रैल को थाई एयरएशिया की फ़्लाइट से बैंकॉक से बेंगलुरु आ रहा था. बैंकॉक में एक आदमी उससे मिला था, और उसी के कहने पर वो बेबी एनाकोंडा को भारत में तस्करी करने के लिए राज़ी हुआ था. बैंकॉक एशिया में वन्यजीव तस्करी का केंद्र है.
पीला एनाकोंडा दुनिया के सबसे बड़े सांपों में से एक है. अपने करीबी रिश्तेदार हरे एनाकोंडा से छोटा होता है, मगर फिर भी 12 से 15 फ़ीट तक बड़ा होता है. नदी, तालाब, नालों जैसे जल निकायों के क़रीब पाया जाता है. आमतौर पर पराग्वे, बोलीविया, ब्राज़ील, उत्तरपूर्वी अर्जेंटीना और उत्तरी उरुग्वे में.
वन्यजीव संरक्षित अधिनियम 1972 के मुताबिक़, सांपों को रखना और उनकी तस्करी करना प्रतिबंधित है, दंडनीय है. सांपों की तस्करी के आरोप साबित होने पर कम से कम 10 साल की जेल हो सकती है. आरोप संगीन किस्म के हों तो सजा की मियाद 20 साल तक भी की जा सकती है.
पिछले साल बेंगलुरु हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने 234 जंगली जानवरों को रेस्क्यू किया था. इसमें कंगारू का एक बच्चा भी मिला था, जिसे कथित तौर पर बैंकॉक से लाया गया था. प्लास्टिक के डिब्बे में बंद होने की वजह से कंगारू की दम घुटने से मौत हो गई थी.
जिस आदमी के पास से कंगारू मिला था, वो अजगर, गिरगिट, इगुआना, कछुए और मगरमच्छ की भी तस्करी कर रहा था.