दुनियाभर के साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स की एक नई रिसर्च के मुताबिक भारत साइबर अपराध के मामले में 10वें स्थान पर है. इसमें एडवांस फीस पेमेंट से जुड़ी धोखाधड़ी सबसे आम क्राइम बताया गया.
एक्सपर्ट्स ने ‘वर्ल्ड साइबर क्राइम इंडेक्स’ जारी किया है. इसमें 100 देशों को शामिल किया. टॉप पर रूस, दूसरे नंबर पर यूक्रेन और तीसरे पायदान पर चीन रहा. अमेरिका चौथे स्थान पर रहा. रिपोर्ट में इसमें रैंसमवेयर, क्रेडिट कार्ड चोरी और फ्रॉड समेत अन्य साइबर अपराध की अलग-अलग कैटेगरी के मुताबिक मुख्य हॉटस्पॉट की पहचान की गई.
साइबर क्राइम के मामलों के आधार पर स्कोर दिए गए
‘वर्ल्ड साइबर क्राइम इंडेक्स’ में साइबर क्राइम के मामलों के आधार पर स्कोर दिए गए. हालांकि, इसमें मामलों की संख्या नहीं बताई गई. रूस का वर्ल्ड साइबर क्राइम इंडेक्स स्कोर (WCI स्कोर) 100 में से 58.39 रहा, यूक्रेन का 36.44 और चीन का 27.86 रहा. भारत का WCI स्कोर 6.13 रहा.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के एक्सपर्ट्स ने साइबर क्राइम पर ग्लोबल स्टडी की. इसके आधार पर इंडेक्स तैयार किया गया. स्टडी में पांच मुख्य साइबर अपराध श्रेणियों पर फोकस किया गया. इन एक्सपर्ट्स ने उन देशों की पहचान की जिन्हें वे हर साइबर अपराध श्रेणी का प्राइमरी सोर्स मानते हैं. इसके अलावा उन्होंने हर देश को साइबर क्राइम एक्टिविटी के प्रभाव के आधार पर रैंक किया.