छत्तीसगढ़ के रायपुर में हाईटेक चोरी के केस में अंतरराज्यीय गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सब्जी बाजार में लोगों के मोबाइल चोरी करते थे, फिर टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से पासवर्ड क्रैक करते। इसके बाद UPI से अपने खातों में रुपए ट्रांसफर कर लेते थे।
आरोपी 3 लेयर में वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों के पास से करोड़ों के लेनदेन की जानकारी मिली है। पुलिस को देश के 11 राज्यों में फ्रॉड की आशंका है। मामले की जांच जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में 4 झारखंड और 2 पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
रायपुर के सब्जी बाजार में चोरी से हुआ खुलासा
दरअसल, रायपुर के सब्जी बाजार से लोगों के मोबाइल चोरी होने का मामला सामने आया। गुढ़ियारी स्थित पहाड़ी चौक सब्जी बाजार में सब्जी खरीदने गए युवक के शर्ट में रखा मोबाइल किसी ने चुरा लिया। फोन-पे से 99 हजार पार कर लिए।
पासवर्ड क्रैक करने टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद
मामला गुढ़ियारी थाना क्षेत्र का है। इसी केस की जांच करते हुए पुलिस उस गिरोह तक पहुंची है, जो रायपुर ही नहीं बल्कि अलग-अलग राज्यों के सब्जी बाजारों में इस तरह से चोरी को अंजाम दे रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपी पासवर्ड क्रैक करने में माहिर थे। वे टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल ओपन कर पैसे ट्रांसफर करते थे।
अब विस्तार से जानिए पूरा मामला
घटना 22 जून 2025 की है। नागरिक आपूर्ति निगम में ड्राइवरी का काम करने वाले मुन्नालाल पटेल सुबह 7 बजे गुढ़ियारी स्थित पहाड़ी चौक सब्जी बाजार में सब्जी खरीदने गया था। इस दौरान किसी ने उसके शर्ट की जेब में रखा मोबाइल चोरी कर लिया। फोन पे से पैसे ट्रांसफर कर 99 हजार निकाल लिए।
थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने फोन-पे से भेजी गई रकम से संबंधित अकाउंट की जानकारी जुटाई। जानकारी मिली कि पैसे पश्चिम बंगाल ट्रांसफर हुए हैं। खाता धारक कोलकाता पश्चिम बंगाल निवासी मुकेश कुमार था। लेकिन खाता का इस्तेमाल शेख सुलेमान उर्फ राजन और अंकित शर्मा कर रहे थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया।
पूछताछ में टीम के सदस्यों को पश्चिम बंगाल और साहेबगंज झारखंड के 1 गिरोह के संबंध में जानकारी मिली। जो चोरी के मोबाइल फोन से उनके बैंक में जमा रकम को ऑनलाइन फोन-पे और पेटीएम के माध्यम से कई बैंकों में ट्रांसफर कर ATM से निकाल लिया करते थे। पुलिस ने इस केस में 4 अन्य आरोपियों को पकड़ा।
आरोपियों के फोन में मिला करोड़ों का ट्रांजैक्शन
SSP डॉ लाल उमेद सिंह ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल और चोरी के फोन में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी लगी। साथ ही आरोपियों के मूवमेंट आसपास के राज्यों में भी मिले हैं। पुलिस इस मामले में अन्य राज्यों से संपर्क कर आगे की जांच कर रही है।