इटारसी। साइबर फ्रॉड और आनलाइन ठगी के इस दौर में आए दिन ठगबाज गिरोह लोगों को विभिन्न माध्यमों से धोखाधड़ी कर चूना लगा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना में 29 अप्रैल को एक ही दिन में दो ठगबाज युवकों ने इटारसी और नर्मदापुरम के दो बड़े सराफा कारोबारियों के यहां से सोने के महंगे जेवर ग्राहक बनकर खरीदे गए, इस खरीदी के भुगतान के नाम पर फर्जी एनईएफटी एवं कोटक महिन्द्रा से ऑनलाइन पेमेंट का जाली मैसेज दिखाकर कारोबारियों को चूना लगाया गया।
घटना की जानकारी होने के बाद अब दोनों व्यापारियों ने पुलिस की मदद ली है, पुलिस खुफिया कैमरों में मिले फुटेज के आधार पर इनकी तलाश में जुटी हुई है। सराफा कारोबारियों के साथ हुई इन घटनाओं से कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है, पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं जुटा पाई है।
एनईएफटी के जरिए लगाई चपत
जानकारी के अनुसार नीले रंग की बिना नंबर प्लेट की बाइक लेकर 29 अप्रैल की शाम करीब 6.15 बजे 2 युवक ग्राहक बनकर नर्मदापुरम के सांवरिया ज्वेलर्स शॉप पर आए थे। दोनों युवकों ने दुकानदार को सोने की अंगूठी और एक चैन पसंद की। दुकानदार से दोनों का बिल बनाने को कहा, दुकानदार ने जब वजन तौलकर 117500 रुपये का बिल बनाया, भुगतान के लिए युवकों ने दुकानदार से उसका बारकोड देने को कहा, इस पर भुगतान का दिखावा कर युवकों ने कहा कि इस पर 2 हजार रुपये से ज्यादा पेमेंट नहीं होगा।
हम अपने पापा को बार कोड और खाते की जानकारी भेजकर पूरा भुगतान करा देते हैं, इसके बाद एक मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया, इसके बाद एनईएफटी का एक पेमेंट मैसेज दिखाकर कहा गया कि पेमेंट खाते में हो गया, दुकानदार को लगा कि पेमेंट हो चुका है, इसके बाद बिल और ज्वेलरी लेकर युवक मौके से लापता हो गए, थोड़ी देर बाद बैंक से मैसेज नहीं आने पर दुकान संचालक ने खाता चैक किया, जब कोई पेमेंट नहीं दिखा तो उसे अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी लगी, जिसके बाद युवकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई।
कोटक महिन्द्रा का मैसेज बताकर ठगा
29 अप्रैल को नर्मदापुरम में ठगी करने से पहले दोनों ठगबाज युवक इटारसी के सराफा बाजार में गुप्ता ज्वेलर्स पर पहुंचे। दुकान संचालक सुधीर गुप्ता ने बताया कि दोपहर करीब सवा तीन बजे दोनों युवक बाइक से उनकी दुकान आए, ग्राहक बनकर चैन दिखाने को कहा, दोनों ने काफी जेवर देखने के बाद करीब सवा तौला 12 ग्राम की एक चैन पसंद कर ली, इसका बिल राकेश दुबे नाम से बनाने काे कहा, अपने घर का पता 13-बी रेलवे कालोनी दर्ज कराया। एक युवक ने कहा कि वह जबलपुर में पढ़ता है।
गुप्ता ने कुल 88500 रुपये का बिल बनाकर दिया, इसके बाद एक युवक ने कहा कि उसके पिताजी ऑनलाइन पेमेंट करेंगे, कोई बार कोड या नंबर दीजिए। गुप्ता ने एक नंबर देकर इस पर पेमेंट को कहा, जिसके बाद अपने पिता का बताकर युवक ने एक नंबर पर कॉल किया, थोड़ी देर बाद युवक ने एक स्क्रीन शॉट बताया, जिसमें यह राशि कोटक महिन्द्रा के बैंक खाते से रिसीव्ह होने की जानकारी दी, गुप्ता को लगा कि भुगतान हो गया है, जिस परीचित के नंबर पर उन्होंने पेमेंट कराया था, उसने कहा कि पेमेंट का मैसेज नहीं आया है।
लेकिन गुप्ता को लगा कि कई बार पेमेंट आने में देरी हो जाती है, इस तरह झांसा देकर दोनों युवक कीमती चैन लेकर दुकान से निकल गए। युवकों ने एक नंबर बताया था, वह लगातार बंद आ रहा है, एक अन्य नंबर छत्तीसगढ़ के भिलाई का है, वह भी बंद जा रहा है। दूसरे दिन तक जब पेमेंट नहीं आया, तब गुप्ता को अपने साथ हुई ठगी का अंदाजा लगा, इसके बाद उन्होंने पुलिस को खबर दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, दुकान में लगे कैमरों में दोनों युवकों के चेहरे आ गए हैं, जब यह वायरल हुए तो अन्य सराफा कारोबारियों ने बताया कि चार-पांच दिन पहले भी यही युवक दो तीन दुकानों पर गए थे, लेकिन वे ठगी नहीं कर सके।
सावधानी की जरूरत
इससे पहले भी एटीएम लॉक होने, बैंक के नाम पर फर्जी कॉल कर ओटीपी मांगकर ठगी करने समेत अन्य माध्यमों से ठगी करने की कई घटनाएं हो चुकी है, साइबर सेल कुछ मामलों का पर्दाफाश कर सकी, जबकि कई आज भी अनसुलझे हैं। गुप्ता ने कहा कि इस घटना के बाद अब अनजान ग्राहकों से डिजीटल पेमेंट लेकर काफी खतरनाक हो गया है, अब सभी दुकानदारों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।