हो सकती है. प्रकृति के कहर से सब अस्त-व्यस्त हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस तबाही पर दुख जताया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, मायोट में चक्रवात चिडो के कारण हुई तबाही से मैं बहुत दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं.
पीएम मोदी ने इसी पोस्ट में आगे कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व में फ्रांस इस त्रासदी से दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के साथ उबर जाएगा. भारत फ्रांस के साथ एकजुटता में खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. उधर, मायोट प्रीफेक्ट फ्रांकोइस-जेवियर बियुविले ने टीवी चैनल मायोट ला1एरे से कहा, मुझे लगता है कि इस तबाही में सैकड़ों लोग मारे गए हैं. शायद ये संख्या करीब एक हजार हो सकती है या फिर हजारों में भी पहुंच सकती है.
Deeply saddened by the devastation caused by Cyclone Chido in Mayotte. My thoughts and prayers are with the victims and their families. I am confident that under President @EmmanuelMacron’s leadership, France will overcome this tragedy with resilience and resolve. India stands in…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 17, 2024
90 साल में मायोट में आया सबसे भयंकर चक्रवाती तूफान
उन्होंने पहले कहा था कि ये (चिडो) 90 साल में मायोट में आया सबसे भयंकर चक्रवाती तूफान है. बियुविले ने कहा कि शनिवार को मायोट में आए भीषण चक्रवात के कारण हुई मौतों और घायलों की सटीक संख्या का पता लगाना बहुत कठिन है. चक्रवात की वजह से एयरपोर्ट सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है.
चक्रवात चिडो की वजह से कई इलाके तबाह हो गए हैं. बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. बता दें कि रविवार को फ्रांस के गृह मंत्रालय ने 11 लोगों की मौत और 250 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की थी.फ्रांस ने राहत और बचाव कार्यों के लिए 140 नागरिक सुरक्षा सैनिकों और अग्निशमन कर्मियों सहित अतिरिक्त बल भेजे हैं. ये चक्रवात दक्षिणपूर्वी हिंद महासागर से गुजरा, जिसका असर कोमोरोस और मेडागास्कर पर भी पड़ा है. मायोट सीधे चक्रवात के रास्ते में आ गया. इस वजह से यहां भारी नुकसान हुआ.