Vayam Bharat

किशनगंज में खाना बनाने के दौरान फटा सिलेंडर, मां और 3 बच्चों की मौत, 2 की हालत नाजुक

किशनगंज में गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुआ है. इस हादसे में छह लोग झुलस गए. आनन-फानन में सभी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां इलाज के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 3 बच्चे भी शामिल हैं. वहीं 2 लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है.

Advertisement

सिलेंडर ब्लास्ट में 6 लोग झुलसे: मामला किशनगंज जिले के सदर थाना क्षेत्र के पौआखाली गांव का है. जहां खाना बनाने के दौरान गैस सिलेंडर फट गया. जिस वजह से कई लोग बुरी तरह से झुलस गए. बताया जाता है कि साहिबा अपने तीन मासूम बच्चों को बगल में बिठाकर खाना बना रही थी और आंगन में पूरा परिवार बैठा हुआ था. उसी समय अचानक गैस सिलेंडर फट गया, जिस वजह से छह लोग बुरी तरह से झुलस गए.

“मेरी बेटी खाना बना रही थी. उसी दौरान गैस सिलेंडर फट गया. जिसमें मेरी बेटी, दो नाती और एक नतिनी की झुलसकर मौत हो गई. अस्पताल में अगर सही समय पर इलाज हो जाता तो उनलोगों की जान बच जाती लेकिन यहां जो मैडम इलाज करती है, उसने हमलोगों को झिड़क दिया और बोला कि भागलपुर ले जाओ.”- रौशन बेगम, मृतक की मां

सभी घायलों को परिजन स्थानीय अस्पताल लेकर गए लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान साहिबा और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई. वहीं, शबनम और उसके भाई की हालत गंभीर बनी हुई है. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से सभी की मौत हुई है. अगर समय पर इलाज किया जाता तो सभी की जान बच सकती थी.

“30 वर्षीय साहिबा अपने तीन मासूम बच्चों को बगल में बैठाकर खाना बना रही थी. शायद रेगुलेटर के पास से गैस लीक कर रहा था. जैसे ही माचिस की तिल्ली जली कि अचानक सिलेंडर में आग लग गई और गैस सिलेंडर फट गया. आग में साहिबा, 5 वर्षीय अनीश, 4 वर्षीय अनीशा और 8 वर्षीय आरुषि पूरी तरह झुलस गए. वहीं आंगन में मैं और मेरा भाई बैठा था, हमलोग भी आग की लपटों के कारण झुलस गए.”- शबनम, घायल

वहीं, परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से सभी की मौत हुई है. अगर समय पर इलाज किया जाता तो शायद सभी लोगों की जान बच जाती थी.

Advertisements