Uttar Pradesh: संग्रामपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूरे रामा चौहान गांव में मंगलवार रात एक दलित युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान सागर कोरी (22 वर्ष) पुत्र सिद्धार्थ के रूप में हुई है. घटना से गांव में शोक व आक्रोश का माहौल है.
जानकारी के अनुसार, सागर कोरी रात को खाना खाकर रोज़ की तरह छत पर सोया था। सुबह उसका शव पड़ोसी रविंद्र सिंह की पशुशाला में संदिग्ध हालात में मिला। मृतक के हाथ-पैर रस्सियों से बंधे थे, मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था और शव को पन्नी व कंबल से ढककर छिपाने का प्रयास किया गया था.
परिजनों के अनुसार सुबह सागर के न मिलने पर खोजबीन शुरू की गई। उसकी छोटी बहन को घर से लगभग 50 मीटर दूर पशुशाला में उसका शव मिला। मृतक की बहन आरती का कहना है कि “हम सब सुबह से ढूंढ़ रहे थे, भैया का फोन भी बंद था जो वो कभी बंद नहीं करते थे।” परिजनों ने इसे एक पूर्व नियोजित साजिश बताया है और अज्ञात के खिलाफ थाने में तहरीर दी है.
मृतक की मंगेतर मोहिनी ने बताया कि “एक महीने पहले सागर ने मुझे एक वीडियो भेजा था जिसमें एक युवक रात में बाइक खड़ी कर किसी घर में घुसता दिख रहा था। हो सकता है, वही वीडियो सागर की हत्या की वजह बना हो।” मोहिनी के मुताबिक मंगलवार रात 8 बजे सागर से आखिरी बार बात हुई थी, जिसमें सागर ने सुबह बात करने की बात कहकर फोन काट दिया.
घटना की सूचना सुबह 7:30 बजे पुलिस को मिली, जिसके बाद मौके पर पुलिस बल और फॉरेंसिक टीम पहुंची। अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि “युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। परिजनों से तहरीर प्राप्त कर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें गठित कर दी गई हैं.”
मृतक सागर के पिता सिद्धार्थ मुंबई में प्राइवेट नौकरी करते हैं. परिवार में मां संगीता देवी, छोटा भाई अमन और बहनें आरती एवं स्वाती है। बताया गया कि सागर बुधवार को दिल्ली जाने वाला था, उसका टिकट भी बुक था.
फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है.