दमोह: हाथी घाट गांव में आजादी के बाद से नहीं बनी पक्की सड़क, नाराज ग्रामीणों ने कीचड़ भरी सड़क पर धान रोपकर किया विरोध

दमोह: जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के हाथी घाट गांव के लोगों ने रविवार को कच्ची सड़क पर धान की रोपाई कर विरोध-प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि आजादी के बाद से आज तक इस गांव की सड़क नहीं बनी. हर साल बारिश में ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बड़े-बड़े गड्ढे और कीचड़ में गांव के लोग अकसर गिरते हैं. कई बार उन्हें चोट भी लग जाती है. हाथी घाट गांव के लोग इस सड़क को अपनी जीवन रेखा बताते हैं.

विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे चंद्रभान सिंह ने बताया कि इस सड़क पर गाड़ी चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. कई बार ऐसा लगता है जैसे वे किसी दलदल को पार कर रहे हैं. इस बदहाल रास्ते का सबसे बड़ा खामियाजा स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों को भुगतना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से वे सड़क निर्माण की मांग स्थानीय प्रशासन और नेताओं से करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी आवाज अनसुनी कर दी जाती है.

बारिश में कीचड़ और घुटनों तक पानी भर जाता है. इससे पूरा क्षेत्र दलदल में बदल जाता है. थक-हार कर ग्रामीणों ने अब एक अनोखे तरीके से विरोध करने का फैसला किया. प्रदर्शन में युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सभी शामिल हुए. इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ प्रवीण फुलपगारे ने कहा कि वे जांच करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीण लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं तो जनपद सीईओ ने ध्यान क्यों नहीं दिया. वे सड़क निर्माण के लिए प्रयास करेंगे.

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