दमोह: पथरिया ब्लॉक के बरखेड़ा दुर्गादास ग्राम पंचायत की करीब 50 महिलाएं अपने हक की लड़ाई के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर जनपद कार्यालय पहुंचीं। इन महिलाओं ने आरोप लगाया है कि वे पिछले 14 सालों से कुटीर योजना के लिए आवेदन कर रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है। बरखेड़ा दुर्गादास पंचायत के हिनौता घाट गांव से आईं ये महिलाएं दुख और ग़ुस्से से भरी हुई हैं। इनका कहना है कि वे 2011 से लेकर 2018 तक लगातार कुटीर योजना के लिए आवेदन करती रहीं, लेकिन 2025 आ गया, फिर भी एक भी महिला को योजना का लाभ नहीं मिला।
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि हमने तो 2011 में फॉर्म भर दिया था, फिर 2018 में भी दिया। अब 14 साल हो गए, कोई सुनवाई नहीं हो रही। हमारे गांव के लोग किसी भी सरकारी योजना से वंचित हैं। वहीं इस मामले को लेकर जनपद सीईओ रामभरत कटारे का कहना है कि 2018 में बरखेड़ा दुर्गादास सहित कुछ ग्राम पंचायतों के नाम भोपाल की सूची से हट गए थे। अब नए सर्वे में इन गांवों के नाम फिर से जोड़ दिए गए हैं। जैसे ही नई सूची आती है, लाभ दिया जाएगा।
गांव की महिलाएं उम्मीद लगाए बैठी हैं कि इस बार सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि उन्हें हक में कुटीर योजना का लाभ मिलेगा। अब देखना यह होगा कि यह आंदोलन उनके जीवन में बदलाव लाता है या फिर यह भी एक और इंतज़ार में तब्दील हो जाएगा। सरकारी योजनाएं जब जमीनी स्तर तक नहीं पहुंचतीं, तो आम लोगों का भरोसा टूटता है। उम्मीद है कि इन महिलाओं की आवाज़ आखिरकार सरकार तक पहुंचेगी और उन्हें उनका अधिकार मिलेगा।