CO साहब की जगह डेटा ऑपरेटर ले रहा था रिश्वत, 110000 लेते हुए विजिलेंस की टीम ने पकड़ा

बिहार के सासाराम जिले के अंचल कार्यालय में काम करने वाले राजस्व विभाग के डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार दास को विजिलेंस विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. यह पूरा मामला दाखिल-खारिज से जुड़ा है, जिसमें डाटा ऑपरेटर ने एक आवेदक से दाखिल खारिज करने की एवज एक लाख 10 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे थे. विजिलेंस विभाग ने रिश्वतखोर कर्मचारी से पूछताछ शुरू कर दी है.

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यह कार्रवाई विजिलेंस विभाग की टीम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई है. सासाराम के प्रतापगंज मोहल्ला में रहने वाले पंकज कुमार ने विभाग को सूचना दी थी कि डीसीएलआर के आदेश के बावजूद सासाराम के अंचलाधिकारी दाखिल खारिज से संबंधित काम नहीं कर रहे हैं. काम करने के लिए उससे एक लाख 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. विजिलेंस टीम ने इस मामले की गहनता से जांच की और फिर रिश्वत लेते हुए राजस्व विभाग के डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार दास को पकड़ लिया.

अंचलाधिकारी ने मांगी 1 लाख 10 हजार की रिश्वत

रिश्वत देने वाले युवक पंकज कुमार ने बताया कि पिछले 4 महीने से उसे इस काम के लिए दौड़ाया जा रहा है. डीसीएलआर के आदेश के बावजूद सासाराम के अंचल अधिकारी काम नहीं कर रहे थे. दाखिल खारिज करने की एवज में अंचलाधिकारी सुधीर ओंकार खुद एक लाख रुपये और अपने डाटा ऑपरेटर के लिए 10 हजार रुपए की मांग कर रहे थे. जब पैसा देने ऑफिस पहुंचा तो अंचलाधिकारी नहीं थे. उन्होंने फोन पर बताया कि सारा पैसा उनके डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार दास को दे दें.

रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ राजस्व विभाग का डाटा ऑपरेटर

जैसे ही युवक ने अंचल कार्यालय में काम कर रहे आकाश कुमार दास को रिश्वत की रकम दी, विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. विजिलेंस विभाग के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ने बताया कि मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है. साथ ही आरोपी आकाश से भी पूछताछ की जा रही है.

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