केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ऐलान किया कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा. हालांकि मानसून सत्र की तारीख पहले 21 जुलाई से 12 अगस्त तक प्रस्तावित थी. आमतौर पर संसद का मानसून सत्र स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) से पहले समाप्त हो जाता है, लेकिन इस बार पहली बार सत्र 15 अगस्त के बाद भी जारी रहेगा.
रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के मानसून सत्र की नई तारीखों को मंजूरी दे दी है, अब संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त 2025 तक चलेगा. लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही पहले दिन सुबह 11 बजे शुरू होगी.
ये सत्र कई मायनों में खास माना जा रहा है, क्योंकि विपक्ष ने पिछले दिनों संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी. विपक्ष ने 3 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पहुलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद सरकार द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर पर तत्काल चर्चा की मांग की थी. इस ऑपरेशन के जरिए भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था.
सरकार ने अब स्पष्ट किया है कि इन सभी मुद्दों पर चर्चा मानसून सत्र में ही की जा सकती है और इसके लिए अलग सत्र बुलाने की जरूरत नहीं है. ये कदम सरकार की उस रणनीति की ओर इशारा करता है, जिसके तहत वह सभी विधायी और राजनीतिक चर्चाओं को निर्धारित सत्र में ही शामिल करना चाहती है.