राजधानी रायपुर के सिलतरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित शिल्पी स्टील प्लांट में काम के दौरान एक मजदूर की मौत हो गई। मृतक का नाम शिवकुमार यादव बताया जा रहा है। हादसा 12 अगस्त को हुआ था, जब शिवकुमार किलन की सफाई कर रहा था। इसी दौरान भट्टी से निकलने वाली राख और गर्म अलाव की तपिश में आने से वह गंभीर रूप से झुलस गया।
साथी कर्मचारियों ने तुरंत उसे पचपेड़ी नाका स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पांच दिन इलाज के बाद 17 अगस्त को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जांच के बाद 22 दिन बाद शिल्पी स्टील प्रबंधन और ठेकेदार के खिलाफ FIR दर्ज की है।
जांच में सामने आया कि कंपनी प्रबंधन और ठेकेदार ने मजदूर को सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं कराई थी। थाना प्रभारी रोहित माहेलकर ने पुष्टि की कि कंपनी के डायरेक्टर विजय अग्रवाल और नितिन कुमार अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है।
यह घटना मजदूर सुरक्षा को लेकर इंडस्ट्रियल एरिया में हो रही लगातार लापरवाहियों को उजागर करती है। पहले भी कई मामलों में सुरक्षा उपकरणों की कमी और सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते मजदूरों की जान जा चुकी है। श्रमिक संगठनों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन और प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा हैं।
फैक्ट्री हादसों की बढ़ती घटनाओं ने मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रमिक संगठनों ने मांग की है कि फैक्ट्रियों में काम करने वाले सभी मजदूरों को उचित सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जाए और नियमों का सख्ती से पालन हो।
इस घटना से मजदूरों के बीच गुस्सा और चिंता दोनों बढ़ गई हैं। परिजनों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग की है। वहीं पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी