गुजरात के पाटन जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शादीशुदा महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक अधेड़ व्यक्ति की हत्या कर दी. इसके बाद खुद की मौत का नाटक रचने के लिए उसके शव को अपने कपड़े पहनाकर आग के हवाले कर दिया. आरोपी महिला ने कत्ल की इस साजिश की प्रेरणा अजय देवगन की मशहूर फिल्म ‘दृश्यम’ और ‘दृश्यम 2’ से ली थी. पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस साजिश का पर्दाफाश करते हुए महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, ये घटना पाटन जिले के संतालपुर तालुका के जाखोत्रा गांव की है. यहां मंगलवार की रात गांव के बाहर एक तालाब के पास एक अधजला शव मिलने से सनसनी फैल गई. प्रथम दृष्टया शव एक महिला का लग रहा था, क्योंकि वहां से घाघरा और पायल मिली थी. गांव में ही रहने वाले एक परिवार ने बिना पहचान किए मान लिया कि शव 22 वर्षीय गीता अहीर का है, जो रात से लापता थी. लेकिन जब शव को घर लाकर देखा गया तो परिवार के होश उड़ गए. वो मृतक पुरुष था.
गांव के लोगों ने तुरंत इस घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी. पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी. मृतक की पहचान 56 वर्षीय हरजीभाई सोलंकी के रूप में हुई, जो वाउवा गांव का रहने वाला था. वो खानाबदोश जीवन जीता था. जांच के दौरान पुलिस को शक हुआ कि गीता जानबूझकर लापता हुई है. तकनीकी सर्विलांस और सबूतों के जरिए पुलिस को सच समझ आ गया.
पुलिस अधीक्षक वीके नई ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने गीता अहीर और उसके प्रेमी भरत अहीर को दबोल लिया. दोनों राजस्थान भागने की फिराक में थे. उनको पालनपुर रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. पूछताछ में गीता ने बताया कि वो भरत से प्यार करती है. पति से छुटकारा पाना चाहती है. दोनों साथ रहना चाहते थे, लेकिन परिवार और समाज से डरते थे. ऐसे में गीता ने ‘दृश्यम’ फिल्म से प्रेरणा लेकर खुद की मौत का नाटक रचने की साजिश रच डाली. इसमें अपने प्रेमी को भी शामिल कर लिया.
इसके लिए उन्होंने पहले किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश शुरू की जिसकी हत्या कर शव को महिला के कपड़े पहनाए जा सके. 26 मई को गीता ने हरजीभाई सोलंकी को देखा और लिफ्ट देने के बहाने उसे भरत के पास मोटरसाइकिल से भेजा. सुनसान जगह पर भरत ने सोलंकी की गला घोंटकर हत्या कर दी. साजिश के तहत गीता 28 मई की रात पेट्रोल लेकर घटनास्थल पर पहुंची. शव को अपना घाघरा और पायल पहना दिए. इसके बाद पेट्रोल डालकर उसे जला दिया. दोनों मौके से भाग निकले.
वहां से दोनों सीधे पालनपुर स्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें ट्रेन पकड़कर जोधपुर भागना था. लेकिन इससे पहले ही पुलिस की टीम ने उन्हें दबोच लिया. पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. गीता और भरत पर हत्या, सबूत मिटाने और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. यह केस बताता है कि किस तरह फिल्मों से प्रेरित होकर युवा अपराध की अंधी गली में कदम रख देते हैं. लेकिन यदि समय रहते पुलिस सक्रिय हो जाए, तो ऐसी साजिश को नाकाम किया जा सकता है.