घर लौटते वक्त मौत ने घेरा, तालाब में डूबा मजदूर, रेस्क्यू में देरी पर हंगामा

चंदौली : अलीनगर थाना क्षेत्र के पुरेनी गांव में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब 40 वर्षीय मजदूर रामदरस उर्फ मूसे तालाब में डूब गए. रामदरस मजदूरी कर घर लौट रहे थे, तभी तालाब के किनारे उनका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में समा गए.

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घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे और तालाब की दलदली स्थिति के कारण कोई सफलता नहीं मिली. रातभर चले बचाव अभियान के बावजूद रामदरस का कुछ पता नहीं चल सका. सुबह होने पर गोताखोरों की टीम को बुलाया गया, लेकिन 16 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी रेस्क्यू कार्य पूरा नहीं हो सका है.

मजदूर के डूबने की घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय पर संसाधन और गोताखोरों की टीम भेजी होती, तो रामदरस को बचाया जा सकता था. ग्रामीणों ने तहसीलदार राहुल के मौके पर पहुंचने पर इस देरी को लेकर नाराजगी जताई. ग्रामीण अंगद ने प्रशासन पर बचाव कार्य में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन केवल औपचारिकता कर रहे हैं.

रामदरस अपने परिवार का इकलौता सहारा थे. उनकी पत्नी विंध्यवासिनी और चार बच्चे—पूजा, राधा, निशा, और किशन—उनके डूबने की खबर से सदमे में हैं. परिजनों की करुण पुकार ने मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम कर दीं.

तालाब की दलदली स्थिति के कारण बचाव अभियान में भारी दिक्कतें आ रही हैं. पुलिस और गोताखोरों की टीम लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है. ग्रामीणों ने प्रशासन से रेस्क्यू कार्य में तेजी लाने की मांग की है.

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