कैथ लैब के नाम पर मौत का जाल, डॉक्टर के नाम से चल रही थी फर्जी लैब

दमोह : पुलिस ने मिशन अस्पताल प्रबंधन समिति के खिलाफ सोमवार देर रात अवैध कैथ लैब संचालन का केस दर्ज किया है. जबलपुर के डॉक्टर अखिलेश दुबे ने सीएमएचओ मुकेश जैन को शिकायत की थी कि उनके नाम का दुरुपयोग कर फर्जी रजिस्ट्रेशन से कैथ लैब चलाई जा रही है.

Advertisement

डॉक्टर दुबे ने ऑनलाइन दस्तावेजों में अपने फर्जी हस्ताक्षर पाए. सीएमएचओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है.

आरोपियों में सेन्ट्रल इंडिया क्रिश्चियन मिशन के अशीम न्यूटन, फ्रेंक हैरीशन, इंदू लाल, जीवन मैसी, रोशन प्रसाद, कदीर यूसुफ, डॉ. अजय लाल, संजीव लैम्बर्ड और विजय लैम्बर्ड शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ मध्यप्रदेश उपचारगृह और रुजोपचार अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मामले की जांच जारी है. आरोपी डॉक्टर ने तीन अलग-अलग पासपोर्ट बनवाए थे

दमोह के मिशन अस्पताल में 7 मरीजों की मौत के आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एनजॉन केम ने तीन अलग-अलग पासपोर्ट बनवाए थे. एक पासपोर्ट नरेंद्र यादव के नाम से था, जिसकी वैधता समाप्त हो चुकी है. उसके बाद आरोपी डॉक्टर ने नरेंद्र विक्रमादित्य और एनजॉन केम नाम से दो अलग-अलग पासपोर्ट बनवाए.

पुलिस रिमांड 4 दिन बढ़ी

आरोपी डॉ. नरेंद्र यादव उर्फ एन जॉन केम की पुलिस रिमांड 4 दिन के लिए बढ़ा दी गई है. इसी के साथ पंचम व्यवहार न्यायाधीश रिया सिंह ने आरोपी की जमानत अर्जी खारिज कर दी है.

आरोपी के वकील सचिन नायक ने बताया कि उन्होंने अपने पक्षकार की जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। पुलिस रिमांड बढ़ाए जाने पर भी आपत्ति ली थी, लेकिन न्यायाधीश ने उनकी दलील नहीं मानी. अब एसआईटी पूछताछ के बाद 17 अप्रैल को फिर से आरोपी डॉक्टर को कोर्ट में पेश करेगी.

Advertisements