इस साल 2 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस पर्व पर विशेष रूप से ज्ञान, संगीत, कला, और बुद्धिमत्ता की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. विद्यार्थियों और शिक्षार्थियों के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है. इसके साथ ही बसंत पंचमी का त्यौहार वसंत ऋतु के आगमन के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है.
बसंत पंचमी के दिन लोग अपने घरों में रंगोली बनाते हैं और इस दिन विशेष रूप से पीले रंग का महत्व होता है. लोग इस दिन पीले वस्त्र पहनते हैं और अपने घरों में सरस्वती माता की पूजा करते हैं. आप भी अपने घर के मंदिर को कई तरह से सजा सकती हैं. जिसके लिए आप इस आर्टिकल में दी गई टिप्स की मदद ले सकती हैं.
पीले रंग का उपयोग
बसंत पंचमी के दिन पीला रंग बहुत अहम माना जाता है. इसलिए इस दिन आप घर या फिर मंदिर की सजावट करने के लिए पीले रंग के फूल, कपड़े और अन्य चीजों का उपयोग कर सकते हैं. आप पीले रंग का साफ दुपट्टा या चादर दीवार पर लगा सकते हैं.
फूलों की सजावट
मंदिर की सजावट के लिए फूलों का इस्तेमाल करना सबसे सही तरीका है. इस दिन आप कई रंगों के फूलों से मंदिर की सजावट कर सकते हैं. खासकर पीले और सफेद रंग के फूलों का उपयोग जरूर करें. सूरजमुखी, गुलाब, चमेली, मोगरा, और गेंदे के फूलों का उपयोग मंदिर की सजावट के लिए कर सकते हैं. मंदिर के आसपास इन फूलों की माला बनाकर लगा सकते हैं. इसके साथ ही पूजा की थाली को सजाने के लिए आप फूलों का उपयोग कर सकते हैं.
दीप और लाइट्स
घर और मंदिर को सजाने के लिए आप दीयों और रंग बिरंगी लाइट्स का उपयोग भी कर सकते हैं. इससे सजावट में चार-चांद लग जाते हैं. अगर आपने पीले रंग के फूल या कपड़े सजावट के लिए उपयोग किए हैं तो इसके कंट्रास्ट में नीरा, लाल और गुलाब या मल्टी कलर रंग के लाइट्स का उपयोग भी कर सकते हैं.
गहने और वस्त्र
देवी सरस्वती की मूर्ति या चित्र को विशेष रूप से श्रृंगार करें. इसके लिए आप सफेद या पीले रंग के वस्त्रों और गहने, पुस्तकें, वीणा, मोती और मखमल के पर्दे का उपयोग करें. इसके अलावा पूजा सामग्री जैसे शंख, दीपक, और मिठाई भी पूजा स्थल पर रखें. इन वस्तुओं से सजावट करने से मंदिर का वातावरण और भी पवित्र और आकर्षक बनेगा.
तोरण और रंगोली
मंदिर की सजावट के लिए तोरण और रंगोली का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है. तोरण आमतौर पर मुख्य द्वार के ऊपर लटकाए जाते हैं, और ये आमतौर पर फूलों या रंगीन कपड़ों से बनाए जाते हैं. इसके अलावा घर या मंदिर में रंगोली बनाई जाती है. आप तरह-तरह के रंग या फिर फूलों से रंगोली बना सकते हैं.