सुबह से ही शहर के प्रमुख मार्गों को भगवा पताकाओं, दुपट्टों और स्वागत द्वारों से सुसज्जित कर दिया गया था। छोटे-बड़े, युवा-वृद्ध, पुरुष-महिलाएं सभी भगवा परिधान और साफे में सजकर रामभक्ति में लीन नजर आए. जय श्रीराम के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा.
ग्रेट खली की मौजूदगी ने बढ़ाई शोभायात्रा की शान
इस शोभायात्रा की सबसे बड़ी विशेषता रही WWE के सुपरस्टार रेसलर दी ग्रेट खली की मौजूदगी. जैसे ही खली शोभायात्रा में शामिल हुए, लोगों में उत्साह का ज्वार उमड़ पड़ा. मंच पर खड़े होकर खली ने श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और झांकियों पर पुष्प वर्षा कर आयोजन की भव्यता को और ऊंचाई दी. खली की एक झलक पाने को लोग बेताब दिखे. उनके साथ फोटो लेने और सेल्फी लेने की होड़ मच गई.
प्रयागराज महाकुंभ फेम अघोरी ग्रुप की पेशकश ने मोहा मन
शोभायात्रा में प्रयागराज महाकुंभ फेम अघोरी ग्रुप के कलाकारों ने अपने अनोखे अंदाज़ में नृत्य प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया. उनका प्रदर्शन पूरी शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र बना रहा.
पंद्रह फुट की नंदी की सवारी बनी आकर्षण का केंद्र
एक भव्य झांकी में विराजमान 15 फुट ऊंचे नंदी महाराज की सवारी ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. इसके साथ-साथ भगवान राम के जीवन प्रसंगों पर आधारित विभिन्न झांकियां भी शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रही थी.
हाथी, घोड़े, ऊंट पर सजी झांकियों से निकली भक्ति की झलक
शोभायात्रा में भक्ति की पराकाष्ठा देखने को मिली, जब हाथियों, घोड़ों और ऊंटों पर भगवान श्रीराम की विविध झांकियां सजाई गईं. हर झांकी के साथ बैंड-बाजे और भक्तों की टोली नजर आई जो जयकारों और भजनों से वातावरण को भक्तिमय बनाए हुए थे.
शहर बना रामधुन का तीर्थ
लगभग ढाई किलोमीटर लंबी यह शोभायात्रा बच्छराज विद्यालय से प्रारंभ होकर शीतलकुंड बालाजी मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई. इस अवसर पर जगह-जगह फूलों की वर्षा, जलपान व्यवस्था और स्वागत द्वारों से शहर को सजाया गया था.
राजनीतिक और धार्मिक गणमान्य रहे मौजूद
शोभायात्रा में नागौर लोकसभा की भाजपा प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा, पूर्व मंत्री यूनुस खान, भाजपा नेता जितेंद्र सिंह जोधा सहित अनेक गणमान्य नेताओं ने भाग लिया और पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया. धार्मिक संतों में नागौरिया मठाधीश स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज और सांगलिया पीठाधीश्वर स्वामी ओमदास महाराज जैसे महापुरुष भी शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे.