लाइफ में कई बार ऐसा होता है हम बनने कुछ और जाते हैं, लेकिन कुछ चीजों का अनुभव हमें कुछ और ही बना देता है. ऐसा ही कुछ एक्टर दीपक तिजोरी के साथ भी हुआ जो एक्टिंग में लंबी पारी खेलना चाहते थे, लेकिन लीड एक्टर के तौर पर उन्हें काम नहीं मिला. फिर उन्होंने सपोर्टिंग एक्टर बनकर ही काम चलाया, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हुईं कि वो डायरेक्टर बनने पर मजबूर हुए.
दीपक तिजोरी ने सुनाया ‘अंजाम’ का किस्सा
जी टीवी मिडिल ईस्ट के यूट्यूब चैनल के शो जी कनेक्ट सीजन 12 में दीपक तिजोरी पहुंचे थे. यहां उन्होंने कई टॉपिक्स पर बात की और जब उनसे पूछा गया कि उनके मन में डायरेक्टर बनने का खयाल कैसे आया? तो दीपक तिजोरी ने बताया कि अंजाम के डायरेक्टर की वजह से ऐसा उन्होंने सोचा. इसके साथ ही दीपक तिजोरी ने पूरा वाकया बताया, ‘अंजाम मुझे ऐसे मिली, किसी ने राहुल रवैल को मेरे बारे में बताया और उन्होंने मुझे कास्ट किया. फिल्म के कई सीन शूट हो गए, लेकिन एक सीन में मेरी उनकी बहस हो गई.’
दीपक तिजोरी ने आगे कहा, ‘घर के अंदर का सीन है, जैसे ही एक्शन शुरू हुआ, शाहरुख मुझे मारते और फिर मैं भी उन्हें मारता हूं. तभी अचानक राहुल सर चिल्लाते हुए मुझसे कहते हैं, कट-कट, ये तुम क्या कर रहे हो. मैंने कहा सर सीन शूट कर रहा हूं क्या हुआ सर? तो वो बोले, तूने क्यों मारा? मैंने कहा- क्यों मारा मतलब, मेरे घर में आया है, मेरी बीवी को छेड़ रहा है तो आदमी कितना भी कमजोर होगा, लेकिन थोड़ा बहुत तो मारेगा ही. इसपर वो बोलते हैं नहीं तुम नहीं मारोगे, मैं डायरेक्टर हूं, जैसा बोलूं वैसा करो. ये सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आया और मैंने मन में सोच लिया डायरेक्टर मैं भी बनूंगा, लेकिन आप जैसा नहीं करूंगा. ये मेरी लाइफ का बड़ा एक्सपीरियंस था, जिसने मुझे बहुत कुछ सिखाया.’
कैसी थी फिल्म अंजाम?
22 अप्रैल 1994 को राहुल रवैल के निर्देशन में बनी फिल्म अंजाम रिलीज हुई थी. फिल्म में शाहरुख खान लीड रोल में थे, लेकिन वो विलेन बने थे. माधुरी दीक्षित और दीपिक तिजोरी भी अहम रोल में नजर आए थे. बताया जाता है कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हुई थी, लेकिन इसके दो-तीन गाने हिट हुए थे.