सुपौल : जिले के बमभोला फ्यूल सेंटर लिटियाही के मैनेजर दीपनारायण पोद्दार का शव पोस्टमार्टम के बाद उनके गांव पहुंचा. 80 वर्षीय पिता जयनारायण पोद्दार की स्थिति को देखते हुए शव को घर पर नहीं रखा गया और चाचा के घर पर रखा गया. मृतक की पत्नी विजेता देवी बार-बार रोकर बेहोश हो जा रही थी, जबकि उनका पांच वर्षीय पुत्र भुवन अपने पिता को मुखाग्नि देने के लिए सामने आया.
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यह दृश्य देख हर कोई अवाक रह गया, और छोटे बेटे के नन्हे हाथों में जब अग्नि दान हुआ, तो आसपास के लोग अपनी आंखों में आंसू नहीं रोक पाए. यह हृदय विदारक घटना सबको शोकाकुल कर गई. गांव में हर कोई चिंतित था कि अब बच्चों की परवरिश कैसे होगी. पत्नी का करुण क्रंदन और बच्चों की चुप्पी सबको विचलित कर रही थी.
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