आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम बुदी मुत्याला नायडू के बेटे बुदी रविकुमार अपने ही पिता के खिलाफ सोशल मीडिया पर अनोखे अंदाज में मुहिम चला रहे हैं. वह लोगों से अपने पिता को हराने की अपील कर रहे हैं. डिप्टी सीएम बुदी मुत्याला नायडू वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर अनकापल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, उनके बेटे रविकुमार ‘मेरे पिता को हराओ’ का नारा लगा रहे हैं.
दरअसल, मुत्याला नायडू की दूसरी पत्नी की बेटी अनुराधा मदुगुला विधानसभा सीट चुनाव लड़ रही हैं, जबकि मुत्याला नायडू की पहली पत्नी के बेटे बुदी रविकुमार मदुगुला विधानसभा क्षेत्र में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए. इसके चलते रविकुमार अपने पिता के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उन्होंने कहा कि जो अपने छोटे बेटे के साथ न्याय नहीं कर सके. वे उन लोगों के लिए क्या करेंगे जिन्होंने उन्हें वोट दिया. इतना ही नहीं रविकुमार ने मतदाताओं से अपील की कि सभी लोग सोच-समझकर वोट करें और मेरे पिता बूदी मुथ्यालनायडू को हराएं. उन्होंने इसको लेकर एक पोस्टर भी जारी किया, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल रहा है.
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे रविकुमार ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. उन्हें विश्वास है कि वह अपने दादा और लोगों के आशीर्वाद से चुनाव जीतेंगे. फिलहाल रविकुमार के अपने पिता के खिलाफ प्रचार करने चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि बुदी मुत्याला नायडू ने 1984 में युवा कांग्रेस के माध्यम से राजनीति में प्रवेश किया. उन्होंने राज्य युवा कांग्रेस के संयुक्त संयोजक, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष, थारुवा गांव के सरपंच, मुलकलापल्ली के MPTC और देवरापल्ली मंडल परिषद के MPP के रूप में विभिन्न पदों पर काम किया है. राज्य के विभाजन के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था.
बुदी मुत्याला नायडू ने 2014 में मदुगुला निर्वाचन क्षेत्र से वाईएसआरसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक चुने गए. 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में वह दूसरी बार विधायक बने. 2022 को बुदि मुत्याला नायडू आंध्र प्रदेश के पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री बने.