चंदौली : जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के औद्योगिक नगर चौकी अंतर्गत हमीदपुर गांव में एक शादी समारोह के दौरान विवाद ने रिश्ते को तोड़ दिया.बारातियों को भोजन परोसने में देरी के कारण दूल्हा नाराज होकर निकाह से पहले ही बारात लेकर लौट गया.इस घटना के बाद दुल्हन ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई.
हमीदपुर गांव निवासी एक युवती की शादी गांव के ही मेहताब नामक युवक से तय हुई थी.शादी की तारीख 22 दिसंबर को रखी गई थी.बारात दोपहर 3 बजे धूमधाम से दुल्हन के घर पहुंची.स्वागत के बाद बारातियों को भोजन कराया जा रहा था.इसी दौरान भोजन परोसने में देरी को लेकर एक बाराती ने नाराजगी जताई.
रोटी परोसने में हुई देरी को लेकर बारातियों और घरातियों के बीच कहासुनी हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि दूल्हा और उसके परिजन नाराज होकर बारात लेकर वापस लौट गए. परिवार की तमाम कोशिशों के बावजूद विवाद सुलझ नहीं सका.
घटना के कुछ घंटे बाद दूल्हे ने किसी और लड़की से शादी कर ली.यह खबर सुनते ही दुल्हन के परिवार में गम का माहौल छा गया.दुल्हन ने पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि शादी की तैयारियों पर करीब 7 लाख रुपये खर्च किए गए थे.बारातियों के स्वागत के लिए डेढ़ लाख रुपये का दहेज भी पहले ही दूल्हे के घर भेजा गया था.लेकिन मामूली बात को लेकर बारातियों ने गाली-गलौज की और शादी तोड़ दी.
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया.संभ्रांत व्यक्तियों की मौजूदगी में विवाद शांत कराया गया.पुलिस के मुताबिक, अब दोनों पक्ष किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते.
यह घटना राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर सवाल खड़े करती है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजनाओं और महिला हेल्प डेस्क जैसे प्रयासों के बावजूद ऐसी घटनाएं चिंता का विषय हैं.अब देखना यह है कि इस मामले में दुल्हन को किस तरह का न्याय मिलता है.