भारत की जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में पुलिस जांच लगातार तेज होती जा रही है. पूछताछ के दौरान हरियाणा पुलिस को उसके मोबाइल फोन से डिलीट किया गया डाटा रिकवर हुआ है, जिसमें कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. फोरेंसिक जांच के बाद पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं, जो इस पूरे मामले की जड़ तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकते हैं.
पुलिस सूत्रों की मानें तो रिकवर हुए डाटा में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े पीआईओ (Pakistan Intelligence Operative) के साथ बातचीत के प्रमाण मिले हैं, साथ ही एक संदिग्ध पाकिस्तानी अधिकारी ‘दानिश’ का नाम भी सामने आया है, जो दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत बताया जा रहा है.
लैपटॉप के डाटा का इंतजार
ज्योति मल्होत्रा के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया था, जिन्हें डिजिटल फोरेंसिक जांच के लिए मधुबन, करनाल स्थित प्रयोगशाला भेजा गया. मोबाइल में से डिलीट किया गया डाटा और कॉल डिटेल्स रिकवर कर ली गई हैं, लेकिन लैपटॉप के डेटा का अभी इंतजार है. पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मोबाइल में पाकिस्तानी संपर्क सूत्रों के साथ कॉल, व्हाट्सएप चैट और कुछ वीडियो ट्रांसफर किए गए हैं.
विभिन्न राज्यों की पुलिस भी कर चुकी है पूछताछ
यह मामला केवल हरियाणा पुलिस तक सीमित नहीं रहा. अब तक राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की पुलिस टीमें भी हिसार पहुंच चुकी हैं और ज्योति से पूछताछ कर चुकी हैं. गोवा और यूपी पुलिस ने उन सभी स्थानों की जानकारी ली है, जिनकी वीडियोज ज्योति ने अपने यूट्यूब चैनल पर डाली थीं. पूछताछ का फोकस इस बात पर है कि उसने वीडियो क्यों शूट की, किसे भेजी और उसका उद्देश्य क्या था. जांच एजेंसियों का मानना है कि ज्योति की यात्राएं केवल यूट्यूब के लिए नहीं, बल्कि कहीं न कहीं भारत की सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी जुटाने और साझा करने से भी जुड़ी हो सकती हैं.
पुलिस रिमांड पर खुलते जा रहे राज
ज्योति को अदालत ने 22 मई को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था, हालांकि बाद में कोर्ट ने केवल चार दिन का रिमांड दिया. इस रिमांड के दौरान ज्योति से लगातार गहन पूछताछ हुई और उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच भी की गई. अब यह देखना अहम होगा कि क्या पुलिस तीसरी बार भी रिमांड की मांग करती है या फिर न्यायिक हिरासत का विकल्प चुना जाएगा.
बैंक खातों से विदेश यात्राओं तक
जांच एजेंसियां इस समय कई स्तरों पर काम कर रही हैं. ज्योति ने हाल के वर्षों में पाकिस्तान, दुबई, थाईलैंड, चीन जैसे देशों की यात्राएं की थीं. सवाल उठता है कि एक साधारण यूट्यूबर के पास इतने पैसे कहां से आए? पुलिस इस समय ज्योति और उसके पिता के बैंक खातों की भी बारीकी से जांच कर रही है. अभी तक की जानकारी के अनुसार, खातों में संदिग्ध ट्रांजैक्शन पाए गए हैं. इन लेनदेन की सत्यता, स्रोत और उद्देश्य का पता लगाने के लिए बैंक से रिपोर्ट मांगी गई है, जो अभी आनी बाकी है.
जांच में एसआईटी और केंद्रीय एजेंसियां भी शामिल
इस पूरे मामले की जांच हिसार पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) कर रही है, जिसमें डीएसपी स्तर के अधिकारी, सिविल लाइन थाना SHO, आर्थिक अपराध शाखा के प्रभारी और अन्य अधिकारी शामिल हैं. साथ ही, देश की केंद्रीय जांच एजेंसियां भी इस मामले में हस्तक्षेप कर रही हैं और लगातार पूछताछ में जुटी हुई हैं. एजेंसियों का मकसद है कि यदि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है, तो इसके पीछे का पूरा नेटवर्क सामने लाया जा सके. ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है. यह देखा जा रहा है कि उसने किन-किन देशों या लोगों से संपर्क साधा, और किन वीडियोज में भारत के संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी साझा की गई.