दिल्ली के मैदान गढ़ी इलाके में हुए दिल दहला देने वाले ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस को कामयाबी मिली है. यहां माता-पिता और भाई की हत्या करके फरार हुए आरोपी सिद्धार्थ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वो एम्स मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म से नीचे कूदकर खुदकुशी करने की कोशिश कर रहा था. उसी वक्त सिक्योरिटी गार्ड ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस के सामने उसना गुनाह कुबूल कर लिया है.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बुधवार शाम को सिद्धार्थ एम्स मेट्रो स्टेशन पर पहुंचा और खुदकुशी की कोशिश करने लगा. तभी वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने सतर्कता दिखाते हुए उसे पकड़ लिया. जब उससे वजह पूछी गई, तो उसने स्वीकार किया कि उसने ही अपने घर में मां, बाप और भाई की हत्या की है. अब वो जिंदा नहीं रहना चाहता. इसके बाद उसे मैदान गढ़ी थाने लाया गया, जहां उससे गहन पूछताछ जारी है.
बुधवार दोपहर पुलिस को मैदान गढ़ी इलाके से तीन हत्याओं की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची टीम ने देखा कि घर के भूतल पर प्रेम सिंह (45-50 साल) और उनके बेटे ऋतिक (24) खून से लथपथ पड़े थे, जबकि पहली मंजिल पर उनकी पत्नी रजनी (40-45 साल) का शव मिला. तुरंत फॉरेंसिक और क्राइम टीम को मौके पर बुलाया गया. तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. क्राइम सीन से सबूत एकत्र किए गए.
मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहा आरोपी
पुलिस की जांच में सामने आया है कि सिद्धार्थ पिछले 12 साल से कई मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करा रहा है. उसके कमरे से दवाइयां और मेडिकल रिकॉर्ड बरामद किए गए, जिनसे पता चलता है कि वह ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD) और आक्रामक व्यवहार जैसी समस्याओं से जूझ रहा था. लंबे समय से उसके व्यवहार में गड़बड़ियां थीं. इसके चलते परिवार के साथ उसके रिश्ते बिगड़ गए थे.
बाहर से शांत दिखता था पूरा परिवार
इस जघन्य हत्याकांड के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. पड़ोसी और रिश्तेदार इस ट्रिपल मर्डर से सकते में हैं. मोहम्मद शकील खान नामक एक वकील ने कहा कि परिवार में पिता की शराबखोरी को लेकर अक्सर झगड़े होते रहते थे. वहीं, एक अन्य पड़ोसी मुकेश तिवारी ने बताया कि परिवार कुल मिलाकर शांत और सभ्य था. हालांकि, सिद्धार्थ मानसिक बीमारी से जूझ रहा था और कई बार घर से भाग चुका था.
पुलिस कई एंगल से कर रही थी जांच
बुधवार को डीसीपी अंकित चौहान ने बताया था कि हत्या की असली वजह सामने लाने के लिए कई पहलुओं पर जांच की गई. इसमें पारिवारिक विवाद, आरोपी का मानसिक स्वास्थ्य इतिहास और मकसद शामिल था. इलाके के सीसीटीवी खंगाले गए, रिश्तेदारों और पड़ोसियों से पूछताछ की गई. हालांकि, पुलिस अभी आरोपी की तलाश कर ही रही थी कि उसने खुद बाहर आकर अपनी पहचान सार्वजनिक कर दी.