दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर सुल्तानपुरी-A वार्ड 43 से जीत हासिल करने वाली दिल्ली की पहली किन्नर पार्षद बॉबी किन्नर ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है. उन्होंने AAP से नाराज 15 अन्य पार्षदों के साथ मिलकर इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (IDP) नाम की एक नई राजनीतिक पार्टी का दामन थाम लिया है.
बॉबी किन्नर ने 2022 के MCD चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर राजनीति में नया अध्याय लिखा था. वे दिल्ली की राजनीति में ट्रांसजेंडर समुदाय की पहली प्रतिनिधि बनीं. हालांकि, हाल ही में पार्टी से उनकी नाराजगी की खबरें सामने आ रही थीं, जो अब सार्वजनिक हो गई हैं. अब उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी को टाटा-टाटा बाय-बाय कर दिया है.
बॉबी किन्नर का नाम एक विवाद में भी सामने आया था, जिसमें उन पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र के सहारे चुनाव लड़ने का आरोप लगा था. इस मामले में कांग्रेस प्रत्याशी वरुणा ढाका ने शिकायत दर्ज कराई थी. हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें इस मामले में अग्रिम जमानत दे दी है.
इससे पहले दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने बॉबी के खिलाफ सुल्तानपुरी थाना को संबंधित धाराओं में केस दर्ज करने का निर्देश दिया था. अदालत के आदेश के बाद सुल्तानपुरी थाना ने बॉबी किन्नर के खिलाफ केस दर्ज किया था. इसके बाद बॉबी ने राहत के लिए हाई कोर्ट रुख किया था.
नई पार्टी का लक्ष्य
इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (IDP) दिल्ली में पारदर्शी और विकासोन्मुख राजनीति का दावा कर रही है. पार्टी का कहना है कि वह जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं को हल करने और सभी वर्गों, खासकर वंचित समुदायों को आवाज देने के लिए काम करेगी. यह घटना न केवल AAP के लिए राजनीतिक झटका है, बल्कि यह दिखाती है कि दिल्ली की स्थानीय राजनीति में बदलाव की बयार बह रही है.
दिल्ली नगर निगम (MCD) में आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. पार्टी के 15 पार्षदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर एक नई राजनीतिक पार्टी ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ (IDP) का गठन किया है. इस समूह का नेतृत्व वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल करेंगे.
AAP में असंतोष और कार्यकर्ताओं की नाराजगी
इस घटनाक्रम के बाद पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ गया है. कई कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता, विशेषकर अरविंद केजरीवाल, दिल्ली से दूर पंजाब पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी है और वे अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं.