राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बैंकर मनजीत मिश्रा की हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. कर्नाटक में एआई इंजीनियर अतुल की सुसाइड की तरह ही इस वारदात के पीछे मनजीत मिश्रा के ससुरालियों के नाम आए हैं. पुलिस ने इस मामले में मनजीत मिश्रा के साले सचिन और उसकी दुकान में काम करने वाले प्रवीण को अरेस्ट किया है. इन दोनों ने मनजीत मिश्रा की हत्या के लिए शूटर्स को 15 लाख रुपये की सुपारी दी थी.
इसमें से पांच लाख रुपये शूटर्स को पहले ही दे दिया गया था. वहीं बाकी के दस लाख रुपये काम होने के बाद देना तय हुआ था. बता दें कि गाजियाबाद में इंदिरापुरम के रहने वाले बैंकर मनजीत मिश्रा ग्रेटर नोएडा स्थित एक बैंक में डेटा मैनेजर थे. 21 फरवरी को ऑफिस के बाहर ही बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी. पुलिस की पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया कि उसकी बहन मेघा ने मनजीत मिश्रा के साथ प्रेम विवाह किया था.
शादी के बाद 15 दिनों तक तो सब ठीक था, लेकिन उसी समय मनजीत के पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई. ऐसे में मनजीत के घर वालों ने मेघा को ही अपशकुन बताते हुए उसके माथे पर ठिकरा फोड़ दिया. इसके बाद ससुराल में उसे प्रताड़ित किया जाने लगा. परेशान होकर मेघा ने कोर्ट में तलाक की अर्जी डाल दी.
15 लाख रुपये हॉयर किए थे शूटर्स
इसके लिए दोनों के बीच कोर्ट के जरिए मध्यस्थता भी कराई गई, लेकिन सचिन के प्रभाव में मेघा ने एलिमनी के तौर पर एक करोड़ रुपये की डिमांड रख दी. चूंकि मनजीत ने एलिमनी देने से मना कर दिया था, इसलिए मध्यस्थता में बात नहीं बनी. इसके बाद आरोपी सचिन ने मनजीत की हत्या का मन बनाया और अपनी दुकान में काम करने वाले प्रवीण से बात की. फिर प्रवीण के माध्यम से ही दिसंबर 2024 में उसने 15 लाख रुपये में शूटर हॉयर किया.
एलिमनी देने से मना करने पर कराई हत्या
पुलिस की पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया कि उसने खुद दो शादियां की है और इसकी वजह से शुरू हुए विवाद में वह लंबे समय तक परेशान रहा है. ऐसे में वह नहीं चाहता था कि उसकी बहन मेघा के साथ भी यही दिक्कत हो. इसलिए उसने पहले कोशिश की कि उसकी बहन को एक करोड़ की एलिमनी मिल जाए. जब मनजीत ने इतनी रकम देने से इनकार किया तो उसने उसकी हत्या की योजना बनाई और शूटर्स की मदद से उसे मरवा दिया.
दोनों शूटर्स की हुई पहचान
पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर्स की पहचान कर ली है. गौतमबुद्ध नगर के डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी के मुताबिक दोनों शूटर्स की गिरफ्तारी के लिए तीन अलग अलग टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों के साथ इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की टीम को भी लगाया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस जल्द ही दोनों शूटर्स को भी अरेस्ट कर लेगी.