अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट कमला हैरिस की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए प्रचंड जीत हासिल की है चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी ने एक अरब डॉलर का चंदा जुटाया था. एक अरब डॉलर के चंदे के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी पर अब करोड़ों डॉलर के कर्जे में डूब गई है. ऐसे में ट्रंप ने पार्टी की मदद की पेशकश की है.
पॉलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस और टिम वॉल्ज के कैंपेन को लेकर एक अरब डॉलर जुटाए थे लेकिन पार्टी पर अब दो करोड़ डॉलर का कर्जा हो गया है. ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि मैं हैरान हूं कि राष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड मात्रा में चुनावी चंदा इकट्ठा करने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी के पास अब कुछ भी नहीं बचा है. उनकी देनदारियां बढ़ गई हैं. वेंडर्स और अन्य लोग उनसे बकाये की डिमांड कर रहे हैं. इस कठिन समय में हमसे जो हो सकेगा वो हम करेंगे.
ट्रंप ने डेमोक्रटिक पार्टी की मदद की पेशकश करते हुए कहा कि हम इस कठिन समय में उनकी सहायता करना चाहते हैं. हमारे पास बहुत पैसा है. पूरे प्रचार अभियान में Earned Media ने हमारी काफी मदद की. इस वजह से हमें बहुत कुछ खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ी.
I am very surprised that the Democrats, who fought a hard and valiant fight in the 2020 Presidential Election, raising a record amount of money, didn’t have lots of $’s left over. Now they are being squeezed by vendors and others. Whatever we can do to help them during this…
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 10, 2024
कर्जे को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी में पड़ी दरार!
इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच भी विरोध के स्वर उठने लगे है. रिपोर्ट के मुताबिक, कई नेताओं ने चुनावी फंड के लापरवाही तरीके से इस्तेमाल पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. दावा किया जा रहा है कि 16 अक्टूबर तक हैरिस के पास 11.8 करोड़ डॉलर का फंड बचा हुआ था. एक पूर्व डेमोक्रेट ने कहा कि हमने बेवकूफों की तरह पैसे खर्च किए. हमारे पास कोई रणनीति नहीं थी. बता दें कि कमला हैरिस ने चुनाव प्रचार के लिए करीब एक अरब डॉलर का फंड जुटाया था. लेकिन अब डेमोक्रेट पार्टी पर दो करोड़ डॉलर का कर्ज चढ़ गया है.