मध्य प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से बयानबाज़ी ने माहौल गरमा दिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के विवादित बयान पर अब राज्य के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने पलटवार किया है. उन्होंने पटवारी के बयान को महिलाओं का घोर अपमान बताते हुए कांग्रेस पर करारा हमला बोला.
दमोह ज़िले के हटा कस्बे में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुँचे उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कांग्रेस और उसके नेतृत्व पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार चुनावी हार से मानसिक विकृति का शिकार हो चुकी है और अब पार्टी नेता ऐसे बयान देने लगे हैं, जिनसे समाज की आधी आबादी आहत हो रही है.
राजेंद्र शुक्ल ने सीधे तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि तीज जैसे पावन पर्व पर जब महिलाएं व्रत रख रही हैं, उस समय मध्यप्रदेश की महिलाओं को शराबी कहना बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह बयान न केवल अपमानजनक है, बल्कि समाज में महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाला भी है.
“महिलाएं समाज की सबसे बड़ी ताकत हैं. मध्यप्रदेश की महिलाएं इस बयान को कभी माफ नहीं करेंगी। कांग्रेस ने इस बयान से अपने ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है.”
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पटवारी का खुद यह कहना कि वे राहुल गांधी के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं, इस बात को साबित करता है कि ऐसे बयान कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की सहमति से ही दिए जा रहे हैं. शुक्ल ने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी इस बयान से सहमत है?
दरअसल, डिप्टी सीएम यहाँ 50 बिस्तरों वाले पांडे निजी अस्पताल का उद्घाटन करने पहुँचे थे। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी कि रात में आने वाले मरीजों से वे किसी भी तरह की परामर्श फीस नहीं लेते। उपमुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में जहाँ सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बेहतर हो रही हैं, वहीं अगर निजी क्षेत्र भी सेवा भाव से काम करे तो स्थानीय लोगों को काफी राहत मिलेगी.
शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य हर नागरिक तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचाना है और इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने पांडे अस्पताल की पहल को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि इससे गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को भी इलाज में बड़ी मदद मिलेगी.
फिलहाल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के विवादित बयान को लेकर मध्यप्रदेश की राजनीति में हलचल तेज़ है. उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने साफ कर दिया है कि यह बयान महिलाओं के सम्मान पर सीधा हमला है और समाज इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.