स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी डायरेक्टर आदित्यवर्धन कानपुर गंगा में डूब गए. वह दो दोस्तों के साथ वहां गए थे. मोबाइल से वीडियो बनवाने के चक्कर में वह गंगा में आगे तक चले गए. जिसके चलते वह गंगा में डूब गए. इस दौरान घाट पर मौजूद गोताखोरों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन आदित्य वर्धन का कोई पता पता नहीं लगा. आरोप है कि आदित्य वर्धन को ढूंढने के लिए घाट पर मौजूद लोगों ने ₹10000 की डिमांड की. नकद रुपए नहीं होने पर स्थानीय दुकानदार के मोबाइल पर ऑनलाइन ट्रांसफर कराए.
रुपये लेने के बाद ही गोताखोरों ने गंगा में छलांग लगाई. वहीं, घटना के दूसरे दिन भी आदित्य वर्धन की तलाश गंगा में जारी है. आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव वाराणसी में हेल्थ विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं. पुलिस की टीम गंगा में उनकी तलाश कर रही है. उनकी पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के पुणे में जिला जज हैं. आदित्यवर्धन सिंह के चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार कैडर के सीनियर IAS और मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार के सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव बांगरमऊ इलाके के कबीरपुर गांव के मूल निवासी हैं. इस समय वह लखनऊ के इंदिरानगर में रहते हैं. शनिवार को वह मोहल्ले के ही अपने दो दोस्तों प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ कार से बांगरमऊ के नानामऊ क्षेत्र गंगा तट पर गंगा स्नान करने पहुंचे थे. नहाते के दौरान यह हादसा हुआ और अचानक वह गहरे पानी में समा गए. बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने उन्हें गंगा में गहराई पर जाने से रोका था.
आदित्यवर्धन ने लोगों से कहा था कि उन्हें तैरना आता है. बाद में उन्होंने अपने दोस्तों से गंगा में तैरने के दौरान उनका वीडियो बनाने के लिए कहा था. इसी दौरान वह गंगा में डूब गए. उनकी बहन गुड़िया आस्ट्रेलिया में है. इस समय उनके पिता रमेश चंद और मां शशि प्रभा भी आस्ट्रेलिया में बेटी के पास मौजूद हैं. आरोप है कि घटना के समय गहरे पानी में डूबते देख स्थानीय तैराकों ने उन्हें बचाने के लिए 10 हजार रुपए की मांग की. बाद में एक दुकानदार के अकाउंट में ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने के बाद उन्होंने गंगा में छलांग लगाई, लेकिन काफी देर तलाश करने के बाद भी उन्हें कोई सफलता नहीं मिली.
शाम को दुकानदार ने अपने खाते में ट्रांसफर किया ₹10000 वापस कर दिए. गंगा में डूबे आदित्य वर्धन के कई परिजन घाट पर मौजूद हैं. वहीं, पुलिस के अधिकारी भी लगातार घटना स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं. लगातार गंगा में सर्च अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है. युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान जारी है. प्रशासन मोटर बोट और स्थानीय गोताखोरों की मदद से उन्हें तलाश रहा है.