नेपाल में डिप्टी पीएम विष्णु प्रसाद पौडेल की पिटाई, प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूटा

नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल और सरकार के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों ने मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया। राजधानी काठमांडू में उप प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री विष्णु प्रसाद पौडेल पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गुस्साई भीड़ ने मंत्री को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस घटना के बाद नेपाल की राजनीति में हलचल मच गई है और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारी लंबे समय से सरकार के खिलाफ नाराज़गी जता रहे थे। आर्थिक संकट, महंगाई, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर युवा वर्ग सड़कों पर है। काठमांडू में जब डिप्टी पीएम पौडेल पहुंचे, तो भीड़ ने उन्हें घेर लिया। देखते ही देखते नारेबाजी हिंसा में बदल गई और प्रदर्शनकारियों ने मंत्री को दौड़ाकर मारपीट शुरू कर दी।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल वीडियो में देखा गया कि सुरक्षाकर्मी मंत्री को बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों की भीड़ इतनी उग्र थी कि हालात संभालना मुश्किल हो गया। मंत्री किसी तरह वहां से निकल पाए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद नेपाल सरकार की कानून-व्यवस्था और सुरक्षा इंतजाम पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।

विपक्षी दलों का कहना है कि जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, क्योंकि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह विफल रही है। लोगों का आरोप है कि महंगाई ने आम जीवन को असहनीय बना दिया है और नेताओं की कथनी-करनी में भारी अंतर है।

नेपाल में हाल के दिनों में “जनरेशन जेड रिवॉल्यूशन” के नाम से आंदोलन तेज हो रहा है। युवा वर्ग का कहना है कि पुरानी राजनीतिक पार्टियां केवल सत्ता के लिए लड़ती रही हैं, जबकि जनता को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है। पौडेल की पिटाई की घटना इसी गुस्से का नतीजा मानी जा रही है।

फिलहाल, नेपाल सरकार ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि, यह साफ हो गया है कि जनता का आक्रोश अब नेताओं के लिए बड़ा खतरा बन चुका है और आने वाले समय में विरोध और भड़क सकता है।

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