हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद में बीते दिन के सद्भावना मार्च के बाद देवभूमि संघर्ष समिति आज प्रदर्शन कर रही है. समिति ने सभी 12 जिलों में मस्जिद मामले में प्रदर्शन की अपील की है. जिला मुख्यालय में यह प्रदर्शन 11.30 बजे शुरू हो गया है. इस दौरान संजौली में मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने की मांग की जाएगी. समिति का दावा है कि संजौली में बिना मंजूरी के पांच मंजिला मस्जिद बनाई गई थी.
दरअसल, शिमला नगर निगम आयुक्त कोर्ट में 5 अक्टूबर को अवैध मस्जिद मामले में सुनवाई है. देवभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष मदन ठाकुर ने बताया कि प्रदर्शन के माध्यम से कोर्ट से मस्जिद को लेकर जल्द फैसला देने की मांग की जाएगी. इससे पहले 11 सितंबर को भी लोग उग्र प्रदर्शन कर चुके हैं.
5 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
संघर्ष समिति ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि अगर 5 अक्टूबर को फैसला नहीं आता तो इस मामले में लोग सड़कों पर उतरेंगे. संजौली मस्जिद मामले में बीते 11 सितंबर को शिमला में हिंदू संगठन उग्र प्रदर्शन कर चुके हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद प्रदेश के ज्यादातर शहरों में धरना प्रदर्शन किए गए. व्यापारियों ने 2 से 3 घंटे बाजार बंद रखकर रोष जाहिर किया.
#WATCH | Shimla, Himachal Pradesh: Devbhoomi Sangharsh Samiti Organisation holds protest over the Sanjauli Mosque Row pic.twitter.com/AGylfquypx
— ANI (@ANI) September 28, 2024
मुस्लिम समुदाय का बयान
13 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने नगर निगम आयुक्त से मिलकर कोर्ट का फैसला आने पर खुद मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने की पेशकश की और कहा कोर्ट अगर मस्जिद को अवैध बोलता है तो मस्जिद कमेटी अवैध निर्माण को खुद तोड़ देगी. जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक अवैध हिस्से को सील किया गया. इसके बाद मस्जिद विवाद थोड़ा शांत हुआ है. मगर हिंदू संगठन मस्जिद को गिराने की मांग पर अड़े हुए हैं.
VIDEO | "This controversy was not about land; it was a media-created controversy. We informed our national general secretary, KC Venugopal ji, about the actual situation. I told him that in Himachal, for the past one and a half months, there have been issues like the Sanjauli… pic.twitter.com/1qKjFlau4T
— Press Trust of India (@PTI_News) September 28, 2024
पांच मंजिला मस्जिद बनाने का दावा
मुस्लिम समुदाय के अनुसार, संजौली में मस्जिद आजादी से पहले की बनी है. मगर तब यह मस्जिद 2 मंजिला थी. इसका केस नगर निगम कोर्ट में विचाराधीन है. इस मामले में 45 बार पेशी लग चुकी है. नगर निगम में 35 बार मस्जिद के अवैध निर्माण को रोकने के लिए मस्जिद कमेटी को नोटिस दिए हैं, लेकिन निर्माण नहीं रुका.
अब स्थानीय लोगों का आरोप है घनी आबादी वाले छोटे से इलाके में बड़ी संख्या में नमाज पढ़ने लोग आते हैं. उस दौरान यहां स्थानीय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है. इसलिए स्थानीय लोग अवैध मस्जिद के हिस्से को गिराने की मांग कर रहे हैं. शिमला के संजौली से भड़की चिंगारी प्रदेश के दूसरे शहरों में भी फेल चुकी है.