कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल का करीबी देवेंद्र डड़सेना गिरफ्तार, 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप

प्रदेश में घोटालों के खिलाफ जांच एजेंसियां सक्रियता के साथ कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार को जहां ईडी ने 3200 करोड़ के शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया है, वहीं ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने भी एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। टीम ने कोल घोटाले में फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

Advertisement

बता दें कि कोयला घोटाले में फरार आरोपी देवेंद्र डड़सेना को शुक्रवार को ईओडब्ल्यू-एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। देवेंद्र के खिलाफ कोर्ट ने पूर्व में स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। आरोप है कि देवेंद्र ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये कोल लेवी की वसूली की थी।

अवैध रूप से वसूले गए इस राशि को राजनीतिक कार्यों में खर्च किया गया था। देवेंद्र डडसेना कांग्रेस नेता रामगोपाल का राजदार रहा है। मामले में रामगोपाल को भी ईडी ने आरोपी बनाया है। ईओडब्ल्यू को भी कस्टम मिलिंग घोटाले में रामगोपाल की तलाश है।

ईओडब्ल्यू ने देवेंद्र को कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। इस मामले में आरोपित निलंबित आइएएस समीर बिश्नोई,रानू साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव रहीं सौम्या चौरसिया अंतरिम जमानत पर छत्तीसगढ़ से बाहर रह रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने 6 आरोपियों को दी है जमानत

बता दें कि कांग्रेस सरकार के समय में हुए 570 करोड़ के कोयला घोटाले में इससे पहले 6 आरोपियों को जमानत पर छोड़ा गया है। कोयला घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें अंतरिम जमानत दी थी।मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद निलंबित आइएस रानू साहू, समीर बिश्नोई,सौम्या चौरसिया, रजनीकांत तिवारी समेत 6 आरोपियों को जमानत पर छोड़ा गया था। जिन्हें छत्तीसगढ़ से बाहर रहने का निर्देश दिया गया है।

Advertisements