पुष्य नक्षत्र में ओरछा के रामराजा सरकार के दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु को हार्टअटैक आ गया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने श्रद्धालु को संभाला और सीपीआर दिया। श्रद्धालु की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। यहां उनकी मौत हो गई।
घटना के समय जिले के एसपी रायसिंह नरवरिया मंदिर के बाहर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।
जानकारी के अनुसार बहादुर पुरा रोन भिंड के रहने वाले जनक बघेल (50) अपने दोस्तों के साथ पुष्य नक्षत्र में रामराजा के दर्शन करने आए थे। दोपहर करीब 12 बजे जैसे ही वे मंदिर में प्रवेश करने वाले थे उन्हें चक्कर आ गए। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें संभाला और कुर्सी पर बैठाया। हालत बिगड़ने पर इंस्पेक्टर संदीप यादव ने सीपीआर देना शुरू किया। श्रद्धालु की हालत बिगड़ने पर उसे पुलिस की गाड़ी से यथार्थ हॉस्पिटल ले जाया गया।
ओरछा थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा ने बताया कि यथार्थ हॉस्पिटल में इलाज के दौरान जनक बघेल की मौत हो गई। मंदिर के मुख्य गेट के बाहर दर्शन के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया था.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी इस घटना में सामने आई। मंदिर परिसर में न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही प्राथमिक चिकित्सा के उपकरण। बीपी मशीन जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं। इससे भी चिंताजनक यह रहा कि वहां रखी दवाइयां एक्सपायर्ड पाई गईं।
पुष्य नक्षत्र में रामराजा सरकार आए थे ओरछा बता दे कि पुष्य नक्षत्र में ही रानी कुंवरी गणेश भगवान रामराजा सरकार को अयोध्या से ओरछा लेकर आई थी। इसी नक्षत्र में रानी चला करती थी, जब यह नक्षत्र खत्म हो जाता था तो रानी अपनी यात्रा रोक देती थी। इसी तरह संवत 1631 में चैत्र शुक्ल नवमी पुष्य नक्षत्र में रानी भगवान को अयोध्या से ओरछा लेकर आए थे तब से उसे नक्षत्र में ओरछा में श्रद्धालुओं का मेला लगता है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते है और रामराजा सरकार के दर्शन के लिए आते है।