हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) का विशेष महत्व है. ये पर्व इस साल 12 फरवरी, बुधवार को पड़ रहा है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से और साथ ही दान करने से पुण्य मिलता है. इसी क्रम में माघी पूर्णिमा के मौके पर बुधवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नर्मदापुरम (Narmadapuram) के प्रसिद्ध सेठानी घाट (Sethani Ghat) पर हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में डुबकी लगाई. ऐसा बताया जा रहा है की भीड़ आदि को देखते हुए जो लोग प्रयागराज (Prayagraj) जाना चाहते थे, वे महाकुंभ (Maha Kumbh) में नहीं जा पाए. ऐसे में कई श्रद्धालुओं ने नर्मदा नदी के सेठानी घाट पर स्नान किया और डुबकी लगाई. बता दें कि ब्रह्म मुहूर्त (Braham Muhurt) में सुबह 5 बजे से नर्मदा स्नान (Holy Dip) का सिलसिला शुरू हुआ. शहर के सभी घाटों पर 12 बजे तक 15,000 से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया. स्नान, पूजन और पाठ का आयोजन दोपहर तक जारी रहा. इस दिन को खास बनाने के लिए रात 8 बजे सेठानी घाट पर मां नर्मदा की महाआरती होगी, जिसमें 251 दीपों से नर्मदा की आरती की जाएगी, जो बनारस (Banaras) में होने वाली गंगा (Ganga River) की महाआरती की तर्ज पर होगी.
नर्मदा नदी पर जुटी श्रद्धालुओं की भीड़
माघी पूर्णिमा के इस दिन को श्रद्धालु विशेष रूप से सत्यनारायण भगवान की कथा सुनकर और दान पुण्य कर अपने जीवन में शुभ लाभ अर्जित कर रहे हैं. नर्मदापुरम के अलावा बैतूल (Betul), छिंदवाड़ा (Chhindwara), हरदा (Harda), खंडवा (Khandwa), भोपाल (Bhopal), विदिशा (Vidisha) और सीहोर (Sehore) से भी श्रद्धालु नर्मदा स्नान के लिए पहुंचे हैं. इसके अलावा, जो लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज संगम नहीं जा सके, वे भी नर्मदा में डुबकी लगाकर महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) का पुण्य और लाभ प्राप्त कर रहे हैं.
मौजूद पुजारी ने क्या कहा ?
पंडित संजय दीक्षित ने कहा कि मैं यहां भगवान सत्यनारायण की पूजा कराता हूं. इसके अलावा, मैं यहां दूसरी पूजा भी कराता हूं. आज माघ पूर्णिमा है. शास्त्रों में माघ पूर्णिमा का खास महत्व है. आज के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पर मां नर्मदा में श्रद्धा की डुबकी लगाते हैं. इस दिन यहां पर स्नान और दान करने का खास महत्व है. मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के मौके पर जो यहां श्रद्धा की डुबकी लगाते हैं… उन्हें अत्यधिक पुण्य की प्राप्ति होती है.
उन्होंने कहा कि स्नान कराने के बाद श्रद्धालु यहां पर सत्यनारायण की कथा कराते हैं. आज के दिन ऐसा कराने से उन्हें पुण्य मिलता है. यहां पर रामजी बाबा की समाधि है. वो नर्मदा मैया के परम भक्त थे. आज के दिन यहां पर मेला लगता है. भक्तों में इसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है. आज से लेकर लगातार 15 दिनों तक यहां मेला लगा रहता है.