बुरहानपुर। नकली नोट मामले में बुधवार को देवास पुलिस ने बुरहानपुर के खकनार थाना इलाके में दबिश दी। यहां नकली नोटों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन्हें गिरफ्तार कर थाने लाया गया, जहां दोनों से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में आरोपियों की संख्या और बढ़ सकती है। देवास में पकड़े गए मुख्य आरोपी से ही इनकी जानकारी मिली थी।
देवास जिले में हुए जाली नोट कांड के मामले में पुलिस अब गहराई से पड़ताल करने में जुटी है। पुलिस ने मुख्य आरोपित के संभावित ठिकानों को खंगालने के लिए अलग-अलग टीमों को काम पर लगाया है। कुछ पुलिसकर्मी मुख्य आरोपित के उज्जैन, इंदौर और भोपाल में रहने के दौरान की घटनाओं की जांच करने में भी लगी है।
सोमवार को पुलिस ने जिले में चल रहे फर्जी नोट बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ कर पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों के पास से लगभग 15 लाख 21 हजार रुपये के फर्जी नोट, अर्द्ध छपे नोट, प्रिंटर, थ्रेड, लेपटाप, स्केनिंग पेटी, कच्चा सामान आदि भी जब्त किए गए थे। 100, 200 और 500 रुपये के नोट छापने का काम आरोपित कर रहे थे।
मुख्य आरोपी खकनार का ही रहने वाला है
पुलिस ने मुख्य आरोपित सुनील पाटिल निवासी खकनार जिला बुरहानपुर, राजकुमार मालवीय निवासी ग्राम खेड़ाखजूरिया सोनकच्छ, सचिन नागर निवासी ग्राम दुधलाई सोनकच्छ, शुभम वर्मा निवासी ग्राम आगरोद, शक्तिसिंह चावड़ा निवासी ग्राम आगरोद को पकड़ा है। मुख्य आरोपित सुनील के खिलाफ कई आपराधिक रिकॉर्ड पुलिस को मिले हैं।
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी
वह नकली नोट के मामले में पूर्व में भी जेल जा चुका है। उसने नकली नोट छापने की साजिश जेल में रहते हुए ही की थी। सुनील के खिलाफ पुनासा जिला खंडवा, हीरानगर इंदौर, पानीगेट जिला बडौदा गुजरात, रावपुरा जिला बडौदा गुजरात, किशनगंज जिला इंदौर, एसटीएफ भोपाल और एसटीएफ उज्जैन में भी प्रकरण दर्ज हैं।