धमतरी: नहाने के लिए खारुन नदी में उतरे युवक तेज बहाव का शिकार हो गये है. धमतरी के एसडीआरएफ की टीम के द्वारा दो दिन तक कड़ी मशक्कत करने के बाद भी अब तक युवक का पता नही लगाया जा सका है। रेस्क्यू ऑपरेशन को रोककर अब केवल पुलिस प्रशासन निगरानी कर रही है और युवक के बॉडी के बाहर आने का इंतजार कर रहे है. उधर परिजनों का हाल-बेहाल है। घटना स्थल पर आसपास के ग्रामीणों का जमावड़ा बना हुआ है.
बता दे कि भखारा थाना क्षेत्र के ग्राम पचपेड़ी निवासी टोमेश्वर यादव, पंकज यादव, बबलू साहु, सोहन निषाद चारों दोस्त शनिवार दोपहर को माता की श्रृंगार लेने रानीतराई गए थे. लौटते वक्त करीब 3 बजे सोहन निषाद (30) वर्ष ने ग्राम निपानी-टिपानी के पास दुर्ग और धमतरी जिले के बीच बहने वाली खारून नदी में नहाने की इच्छा जाहिर कर नदी में उतर गए. नहाते वक्त वह तेज बहाव मे अपने आप को संभाल नही पाया और खारुन नदी के तेज बहाव का शिकार हो गया.
युवक के फंसे होने की संभावना वाले सभी जगह हुए रेस्क्यू:
उधर घटना की सूचना परिजनों द्वारा तत्काल भखारा पुलिस को दी गई जिन्होंने एसडीआरएफ की टीम की मदद से लगातार दो दिनों तक युवक को ढूढने कड़ी मशक्कत की बावजूद उन्हें अब तक कोई सफलता हासिल नही हुई है. एसडीआरएफ की टीम अब वापस हो चुकी है और नदी के दोनों छोर में स्थानीय प्रशासन एवं ग्रामीणों की मदद से केवल निगरानी कर युवक के शरीर के बाहर आने का इंतजार किया जा रहा है।गोताखोरों को लगातार मार्गदर्शन दे रही जिला सेनानी शोभा ठाकुर ने बताया कि हमारी टीम ने युवक को ढूढने काफी प्रयास किया, हर उस जगह पर उतरे जहां नदी में बहे युवक के फंसे होने की संभावना थी. फिरहाल रेस्क्यू का कार्य रोक दिया गया है.
आधा किलोमीटर नदी छान डाले, सतत निगरानी जारी:
भखारा थाना प्रभारी प्रमोद अमलतास ने बताया कि शनिवार शाम करीब 4:00 बजे सूचना मिली कि एक युवक नहाने के दौरान खारुन नदी में बह गया है. युवक सोहन निषाद पिता उत्तम निषाद 30 वर्ष पचपेड़ी गांव का रहने वाला है, लेकिन नहाने के लिए खारुन नदी में उतर गया जिसका अबतक पता नही चल पाया है. एसडीआरएफ की टीम अपने एक्सपर्ट गोताखोरों को नदी में आधा किलोमीटर तक छान मार डाले पर सफलता हाथ नही मिली है. युवक को तेज बहाव में बहुत आगे निकल जाने की बात को भी नकारा नही जा सकता है. फिरहाल अब उनके शरीर के बाहर आने का सबको इंतज़ार है. जिसकी सूचना नदी किनारे वाले गांवों व सम्बंधित थाना क्षेत्रों में भी दे दी गई है. सतत निगरानी की जा रही है.