रायगढ़: धरमजयगढ़ वनमण्डल क्षेत्र हाथीयों के लिए एक स्थाई डेरा बन गया है यह इस लिए कह रहे हैं कि क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर लगातार हाथी जमे हुए है.धान का सीजन होने से हाथी गांव गली घर की ओर कूच कर रहे है और फसल व घरों को नुकसान पहुँचा रहे है.
लिहाजा क्षेत्रवासियों को जान माल की चिंता सता रही है ग्रामीण जान जोखिम में डालकर घर व फसल को हाथी से बचाने पेड़ के ऊपर मचान बनाकर तो कहीं ट्रेक्टर की ध्वनि से और गांव किनारे आग मशाल जलाकर रतजगा करने मजबूर है.
आपको बता दें,एक जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वनमण्डल क्षेत्र के कूड़ेकेला,तरेकेला,पुरूँगा आमापाली,क्रोन्धा जैसे गांव किनारे करीब 60 हाथी अलग-लग जगहों पर विचरण कर रहे है.
ऐसे हालत में हाथी प्रभावित क्षेत्र के गांववासी फसल नुकसान व जान के भय के साये में है जिसका माकूल समाधान होता नजर नही आ रहा है.